प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 सितंबर को पूर्वी कमान मुख्यालय में सशस्त्र बलों के तीन दिवसीय संयुक्त कमांडरों के सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। इस महत्वपूर्ण सम्मेलन का विषय रखा गया है- ‘सुधार का वर्ष-भविष्य के लिए परिवर्तन’, जिसमें सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण, सुधार और युद्धक तैयारियों पर गहन विचार-विमर्श होगा।
एक अधिकारी ने कहा, सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य संस्थागत सुधारों, गहन एकीकरण और तकनीकी आधुनिकीकरण के प्रति सशस्त्र बलों की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, साथ ही उच्च स्तर की बहु-क्षेत्रीय परिचालन तत्परता को बनाए रखना है। मोदी रविवार शाम असम के जोरहाट से कोलकाता पहुंचेंगे और राजभवन में रात्रि विश्राम करेंगे।
अधिकारी ने बताया कि एक महीने से भी कम समय में दूसरी बार पीएम मोदी कोलकाता का दौरा कर रहे हैं। पीएम मोदी सोमवार सुबह भारतीय सेना के पूर्वी कमान मुख्यालय विजय दुर्ग में सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। पीएम मोदी ने 22 अगस्त को अपनी पिछली कोलकाता यात्रा के दौरान पश्चिम बंगाल में 5,200 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया था।
कोलकाता में यह सम्मेलन मई में हुए ऑपरेशन सिंदूर के बाद हो रहा है। इस समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल अनिल चौहान और रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह सहित अन्य लोग शामिल होंगे।
संयुक्त कमांडरों का सम्मेलन (सीसीसी) सशस्त्र बलों के लिए एक विचार-मंथन मंच के रूप में कार्य करता है, जो देश के शीर्ष नागरिक और सैन्य नेताओं को वैचारिक और रणनीतिक स्तरों पर विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए एक साथ लाता है। सीसीसी का अंतिम आयोजन 2023 में भोपाल में हुआ था। जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी ने किया था।
रक्षा मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि 15 सितंबर से शुरू होने वाले तीन दिवसीय विचार-विमर्श का उद्देश्य सशस्त्र बलों को और मजबूत करना है। इसमें इस बात पर जोर दिया गया कि समावेशी जुड़ाव की परंपरा को जारी रखते हुए इस सम्मेलन में सशस्त्र बलों के विभिन्न रैंकों के अधिकारियों और कर्मियों के साथ संवादात्मक सत्र आयोजित किए जाएंगे।