हरियाणा के फरीदाबाद में 113 साल की वोटर चंद्री देवी का निधन हो गया। चंद्री ने हाल ही में फरीदाबाद नगर निगम चुनाव में घर पर ही अपना आखिरी वोट डाला था। फरीदाबाद प्रशासन के रिकॉर्ड के अनुसार चंद्री देवी जिले में सबसे उम्रदराज वोटर थीं।
चंद्री देवी चुनाव के समय लोगों के लिए प्रेरणा का भी काम करती थीं। वह हर चुनाव में अपना वोट डालने के लिए जाया करती थीं। उनकी करीब 16 साल की उम्र में शादी हो गई थी। चंद्री देवी गाय के दूध की शौकीन थीं। रोजाना डेढ़ लीटर दूध पीती थीं।
जानकारी के मुताबिक चंद्री देवी पृथला विधानसभा के गांव पृथला की रहने वाली थी। अभी वह परिवार के साथ सेक्टर 8 बल्लभगढ़ में रह रही थीं। गुरुवार को घर पर ही चंद्री देवी ने अंतिम सांस ली। चंद्री देवी का अंतिम संस्कार सेक्टर 8 बाइपास के श्मशान घाट में किया गया।
जहां काफी संख्या में लोग पहुंचे। 2 बेटे और 4 बेटियां, पोतों की शादी हो चुकी चंद्री देवी के 2 बेटे सुखबीर तेवतिया (72) और राजबीर तेवतिया (69)) हैं, जबकि चार बेटियां मोहनदेई, लीलावती, शकुंतला और ओमवती हैं। दोनों बेट जमींदार हैं। चंद्री देवी के 2 पोते नवीन तेवतिया व सोनू तेवतिया हैं। दोनों की शादी हो चुकी है और बच्चे भी हैं। चंद्री के पति मुख्तयार सिंह का निधन 1997 में हो गया था। मुख्तयार सिंह भी जमींदार थे।
सुबह उठकर 200 कदम वॉक, दूध की शौकीन
चंद्री देवी एकदम फिट थीं। पूरे घर में उनकी चहलकदमी रहती थी। रोजाना सुबह 6 बजे उठकर करीब 200 कदम की वॉक करती थीं। वह गाय के दूध की शौकीन थीं। उनके लिए गिर गाय रखी हुई थी। बाकी सब्जी-रोटी वह रूटीन में खाती थीं। बेटा बोला- शांत स्वभाव की थी मां बड़े बेटे सुखबीर ने कहा कि मां शांत स्वभाव की थी। दान और पूजा-पाठ करती थीं। वह पहले घी भी खाती थीं, लेकिन कुछ साले पहले छोड़ दिया था। शोक जताने पहलें रिश्तेदार ने कहा कि चंद्री देवी सबसे मिलकर रहती थीं। वह सब की सुनती और समझाती थीं।
पिछले साल लोकसभा चुनाव से पहले चंद्री देवी ने चुनावी गीत गाया। उन्होंने बताया था कि पुराने समय में चुनाव के दौर में गीत गाकर वोटिंग करने जाते थे। तब उन्होंने कहा था कि वह खुशी से वोट डालने जाएंगी।