मथुरा-वृंदावन और कानपुर में 67 हजार करोड़ से विकास योजनाएं परवान चढ़ेंगी। एकीकृत सरकारी कार्यालय बनेंगे, विरासत संरक्षण, यातायात सुधार पर जोर रहेगा। सीएम ने मथुरा-वृंदावन, कानपुर के लिए ‘विजन 2030’ योजनाओं की समीक्षा की।
राजधानी लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को मथुरा-वृंदावन के लिए 30,080 करोड़ और कानपुर के लिए 37 हजार करोड़ की लागत वाली ‘विजन 2030’ योजनाओं की समीक्षा की। इस मौके पर उन्होंने मथुरा और कानपुर में जिला एवं मंडलस्तरीय सभी सरकारी कार्यालयों को एक ही परिसर में स्थापित करने और इंटीग्रेटेड कॉम्प्लेक्स बनाने का निर्देश दिया। जहां अधिवक्ता चैंबर, पार्किंग व्यवस्था, भोजनालय (फूड कोर्ट) और अन्य नागरिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इससे प्रशासनिक कार्य सुगमता से होने के साथ आमजन को अनेक कार्यालयों के चक्कर लगाने से मुक्ति मिलेगी।
सीएम ने कहा कि मथुरा-वृंदावन क्षेत्र की सांस्कृतिक और धार्मिक गरिमा को ध्यान में रखते हुए विकास और रोजगार के नए अवसर भी सृजित करें। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि मथुरा-वृंदावन के लिए 30,080 करोड़ की लागत से 195 परियोजनाएं प्रस्तावित हैं, जिनमें से 23 का कार्य शुरू हो चुका है।
वृंदावन परिक्रमा मार्ग पर फसाड के समग्र विकास के निर्देश
धार्मिक स्थलों तक पहुंचने के मार्गों, जल, शौचालय और विश्राम की सुविधाओं को व्यवस्थित किया जाए। वृंदावन में डिजिटल म्यूजियम, कन्वेंशन सेंटर और पर्यावरणीय पथ का निर्माण किया जाए। स्वामी हरिदास प्रेक्षागृह में स्वामी हरिदास की प्रतिमा स्थापित करने, जवाहर बाग परिसर में कृष्ण लोक पार्क का निर्माण और वृंदावन परिक्रमा मार्ग पर फसाड के समग्र विकास के निर्देश भी दिए।
सीएम ने शेष भूमि को सिटी फॉरेस्ट के रूप में विकसित करने और राधारानी की अष्टसखियों के मंदिरों तक पहुंचने वाली एप्रोच रोड और परिसर का विकास प्राथमिकता पर पूरा करने को कहा। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री राकेश सचान और संबंधित अधिकारी तथा मथुरा और कानपुर प्रशासन के अधिकारी भी उपस्थित रहे।
कानपुर का भी होगा कायाकल्प
बैठक में बताया गया कि कानपुर में ‘विजन 2030’ के अंतर्गत करीब 37 हजार करोड़ की लागत वाली 61 परियोजनाएं प्रस्तावित हैं। बैठक में शहर में सार्वजनिक परिवहन, औद्योगिक विस्तार, आधुनिक टाउनशिप, स्वास्थ्य एवं शिक्षा संस्थानों की स्थापना, लॉजिस्टिक्स और पर्यटन विकास का खाका प्रस्तुत किया गया है।
बताया गया कि न्यू कानपुर सिटी, नॉलेज सिटी, मेडीसिटी, अटल नगर (लैंड पूलिंग मॉडल), ईवी पार्क, एयरोसिटी और मेगा एमएसएमई क्लस्टर जैसी योजनाएं विशेष रूप से नगर की सामाजिक-आर्थिक गतिविधियों को गति देने हेतु तैयार की गई हैं। न्यू कानपुर सिटी के तहत 153 हेक्टेयर क्षेत्र में 1,169 करोड़ रुपये की लागत से ‘सिटी विदिन द सिटी’ विकसित की जा रही है।
जाम की समस्या का करें समाधान
सीएम ने शहर में अतिक्रमण हटाकर जाम की समस्या का स्थायी समाधान करने के निर्देश दिए। विकास की 29 परियोजनाओं में मास्टर प्लान रोड्स, आउटर रिंग रोड, ट्रांस गंगा ब्रिज, रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस), मेट्रो विस्तार, इंटीग्रेटेड बस टर्मिनल, रोड जंक्शन सुधार और इलेक्ट्रिक बसों का संचालन शामिल हैं। सीएम ने कहा कि शहर के मध्य स्थित वर्तमान बस स्टैंड को बाहरी क्षेत्र में स्थानांतरित किया जाए।