नवाजुद्दीन सिद्दीकी फिल्म इंडस्ट्री के ऐसे अभिनेता हैं जो अपनी शानदार अदाकारी के लिए जाने जाते हैं। एक्टर ने पर्दे पर कई तरह के किरदार निभाए हैं, जब भी वह सिल्वर स्क्रीन या ओटीटी पर परफॉर्म करते हैं लगता ही नहीं कि वो एक्टिंग कर रहे हैं। यह उनका टैलेंट ही है जो पर्दे पर हर किरदार को वह जिंदा करते हैं।
इसी कड़ी में अब अभिनेता कोस्टाओ (Costao) में भी एक अलग तरह का किरदार निभाने वाले हैं जो करप्ट लोगों के बीच गैर-कानूनी सोने की लैंडिंग को रोकना चाहता है। फिल्म में कई एक्शन सीन दिखाए जाने वाले हैं जिनमें से कई सीन नावज ने बिना किसी बॉडी डबल के खुज पूरे किए हैं। फिल्म की डायरेक्टर सेजल शाह ने हालिया इंटरव्यू में ऐसे ही खतरनाक सीन का खुलासा किया है जब एक्टर मगरमच्छों से भरे तालाब में उतर गए थे।
मगरमच्छ होने के बावजूद झील में लगाई छलांग
फिल्म कोस्टाओ को लेकर निर्देशक सेजल शाह ने हाल ही में एक इंटरव्यू में नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी की मेहनत और समर्पण की दिलचस्प बातें साझा कीं। उन्होंने बताया कि नवाज हमेशा मुश्किल और चैलेंजिंग सीन को करने के लिए तैयार रहते हैं। फिल्म में एक ऐसा सीन है जिसमें उन्हें एक झील में छलांग लगानी थी — और वह भी ऐसी झील में जहां मगरमच्छ मौजूद थे।
सेजल ने बताया कि नवाज़ुद्दीन एक शानदार तैराक नहीं हैं, इसके बावजूद उन्होंने यह खतरनाक सीन खुद करने पर जोर दिया। टीम चाहती थी कि एक्शन सीन्स में जितना संभव हो उतना यथार्थ नजर आए, और नवाज की डेडिकेशन ने इसे संभव बनाया है।
कोस्टाओ की टीम ने की मेहनत
सेजल ने कलाकारों की तारीफ करते हुए कहा कि पूरी टीम ने गजब का समर्पण दिखाया, लेकिन नवाज़ का जुनून सबसे अलग था। उन्होंने खुद अपने स्टंट करने की जिद की और उसके लिए मुक्केबाजी व स्प्रिंटिंग की हफ्तों तक ट्रेनिंग ली।
डायरेक्टर सेजल शाह के मुताबिक, इस तरह के इंटेंस और जोखिम भरे दृश्य फिल्म की रियलिज्म को एक नई ऊंचाई देते हैं। खासकर वह सीन, जब नवाज मगरमच्छों से भरी झील में कूदे, दर्शकों के लिए रोंगटे खड़े कर देने वाला अनुभव होगा। उन्होंने कहा, “नवाज के साथ काम करना हमारे लिए सौभाग्य की बात थी।”