संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की अगुवाई में किसान आज पंजाब के सभी मंत्रियों व आप विधायकों के घरों का घेराव किया।
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर विभिन्न जत्थेबंदियों ने भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के नेतृत्व में सुनाम में आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा, दिडबा में वित्त मंत्री हरपाल चीमा, लहरागागा में कैबिनेट मंत्री बरिंदर गोयल के घरों के बाहर धरने दिए।
किसान नेताओं ने सरकार पर किसानों की आवाज दबाने के आरोप लगाए । किसानों की महत्वपूर्ण मांगों को लेकर 5 मार्च को चंडीगढ़ में आंदोलन किया जाना था, लेकिन पंजाब के मुख्यमंत्री के निर्देश पर पंजाब पुलिस ने 4 मार्च को ही किसानों को हिरासत में लेना शुरू कर दिया । 5 मार्च को जब किसानों ने चण्डीगढ़ की ओर कूच किया तो पुलिस ने छापे मारकर और दीवारें लांघकर कई किसानों को गिरफ्तार कर लिया।
सुनाम में धरने को संबोधित करते जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा कि संघर्षों को डंडे और सत्ता के जोर से कभी नहीं दबाया जा सकता। किसानों का आंदोलन जारी रहेगा । मुख्यमंत्री अपनी बचकानी आदतों का त्याग करें अन्यथा लोग के पास बड़ी शक्ति है । इस मौक़े पर दरबारा सिंह छाजला, बिंदरपाल सिंह बीकेयू डकौंदा, हरदेव सिंह बख्शीवाला, मलकीत सिंह लखमीरवाला, हरमेल सिंह महरोक, वरिंदर कोशिक, जसवन्त सिंह, महेंद्र सिंह लोंगोवाल, भजन सिंह ढडरियां, करमजीत सिंह सतीपुर, एडवोकेट मित्त सिंह जनाल, जगदीश सिंह बख्शीवाला, जगजीत सिंह कोटड़ा, गुरतेज सिंह दुग्गा, गगनदीप सिंह चट्ठा, जसवीर कौर उगराहां, मनजीत कौर तोलावाल, रंदीप कौर रटोलां, बलजीत कौर खडियाल और बड़ी संख्या में किसान, मजदूर, युवा और माताएं मौजूद थीं।