बॉलीवुड अभिनेता और अभिनेत्रियो को आज की पीढ़ी के लोग अपना आइडल मानते है और अपनी ज़िन्दगी में उनके स्टाइल को कॉपी करते है पर चेन्नई से एक ऐसा मामला सामने आया है जहा महज़ 13 साल की लड़की इतनी कम उम्र में माँ बन गई है और लड़की ने इसका जिम्मेदार किसी और को नहीं बल्कि एक फिल्म को ठहराया है.तमिल फिल्म ‘कलवानी’ (Kalavani) की वजह से सेंसर बोर्ड विवादों में आ गया है। फिल्म को दिए गए सर्टिफिकेट पर विवाद तब शुरू हो गया, जब एक 13 साल की लड़की ने अपनी प्रेग्नेंसी के लिए इसे जिम्मेदार ठहराया। चेन्नई कोर्ट की ओर से सेंसर बोर्ड को समन जारी किया गया है। इसमें फिल्म को दिए गए सर्टिफिकेट और कंटेंट पर सवाल किए गए हैं। बता दें कि ए सर्कुनम के डायरेक्शन में बनी विमल और ओविया स्टारर यह फिल्म 2010 में रिलीज हुई थी।
कोर्ट द्वारा जारी किए गए समन में कहा गया है कि 13 साल की प्रेग्नेंट लड़की 10 महीने पहले ब्वॉयफ्रेंड के साथ भाग गई थी। उसका दावा है कि उसने यह कदम फिल्म ‘कलवानी’ से प्रभावित होकर उठाया था, जिसकी कहानी अरिकी (विमल) और महेश्वरी (ओविया) के इर्द-गिर्द घूमती है।
अरिकी महेश्वरी को किडनैप कर लेता है और बाद में दोनों की शादी हो जाती है। पेरेंट्स ने लगाई हेबियस कॉर्पस एप्लिकेशन सूत्रों के मुताबिक, पुलिस ने पिछले सप्ताह लड़की को ढूंढकर कोर्ट में पेश किया। उसके पेरेंट्स की ओर से एक हेबियस कॉर्पस एप्लिकेशन लगाई गई है। हेबियस कॉर्पस या बंदी प्रत्यक्षीकरण एक प्रकार का कानूनी आज्ञापत्र (writ, रिट) होता है, जिसके द्वारा किसी गैर-कानूनी कारणों से गिरफ्तार व्यक्ति को रिहाई मिल सकती है।
कोर्ट ने सेंसर बोर्ड से क्या पूछा चेन्नई कोर्ट ने समन में सेंसर बोर्ड से कई सवाल किए हैं। कोर्ट ने पूछा है कि इस तरह के कंटेंट वाली फिल्म को रिलीज की अनुमति क्यों दी गई? फिल्म को दिया गया U सर्टिफिकेट सबसे बड़े विवाद की वजह बना है। सूत्र बताते हैं कि सेंसर बोर्ड के एक सदस्य ने पूरी प्रोसेस के बारे में कोर्ट को बता दिया है। हालांकि, जज ने उन्हें पूरे मामले में एक एफिडेविट फाइल करने को कहा है। इसमें उन्हें ग्रेडिंग, कांटछांट और प्रोड्यूसर्स के रिएक्शन के बारे में भी बताना है। अगले सोमवार तक यह एफिडेविट फाइल करना होगा।