ज्यमंत्री पटेल ने कहा, इस मेले को लगते हुए लगभग 100 साल से अधिक का समय हो गया है। यहां के अदवल्या बब्बा हमारे कुल देवता हैं। बहुत छोटे से इसे देखते आ रहे हैं। यहां पर सभी स्नेह और प्रेम के साथ आते हैं।
दमोह जिला मुख्यालय से 7 किलोमीटर दूर स्थित पथरिया विधानसभा के खिरिया मंडला गांव में 100 साल पुराने मेले की धूम मची है। पांच दिवसीय इस मेले का मुख्य आकर्षण बुंदेलखंड का प्रसिद्ध राई नृत्य है, जिसे देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। इसे मेले की शुरुआत बुधवार को हुई थी।
गुरुवार को पथरिया विधायक और मध्यप्रदेश के पशुपालन राज्य मंत्री लखन पटेल भी अपने गृह ग्राम में लगे इस मेले में पहुंचे। मंत्री पटेल ने बताया कि यह मेला उनके पूर्वजों ने शुरू कराया था और यहां उनके कुल देवता हैं। आज भी उनके परिवार का हर सदस्य, चाहे वह कहीं भी रहता हो, मेले के दौरान यहां जरूर आता है।
मेले में दैनिक उपयोग की वस्तुओं की दुकानें लगी हैं, झूले लगे हैं और साथ ही दर्जनों नृत्यांगनाएं राई नृत्य की प्रस्तुति दे रही हैं। मंत्री पटेल ने नृत्यांगनाओं को सम्मान स्वरूप राशि भी भेंट की। यह मेला पांच दिन तक चलेगा। बता दें बुंदेलखंड में मकर संक्रांति पर्व से मेलों की शुरुआत हो जाती है। सैकड़ों स्थानों पर मेले लगते हैं, जिसमें खिरिया मंडला का मेला पूरे जिले में प्रसिद्ध है।
राज्यमंत्री पटेल ने कहा, इस मेले को लगते हुए लगभग 100 साल से अधिक का समय हो गया है। यहां के अदवल्या बब्बा हमारे कुल देवता हैं। बहुत छोटे से इसे देखते आ रहे हैं। यहां पर सभी स्नेह और प्रेम के साथ आते हैं। उन्होंने कहा कि वह पर्यटन मंत्री धर्मेन्द्र सिंह से बात करेंगे कि इस मेले को संस्कृति विभाग से जोड़ दिया जाए। मेला हमारी प्राचीन परंपराओं, संस्कृति और उमंग व उल्लास का प्रतीक है।