दक्षिण कोरिया में हाई वोल्टेज ड्रामा के बाद राष्ट्रपति यून सुक योल गिरफ्तार

दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में राष्ट्रपति यून सुक योल के सुरक्षा गार्ड और कानून एजेंसियों के अधिकारी आमने-सामने आ गए। यह गतिरोध तब हुआ, जब जांच अधिकारी योल के आवास पर उन्हें गिरफ्तार करने गए थे।
पुलिस द्वारा योल को गिरफ्तार करने की यह दूसरी कोशिश थी। पहले भी सुरक्षा गार्डों ने उन्हें पूर्व राष्ट्रपति योल को गिरफ्तार करने से रोकने की कोशिश की थी। हालांकि गतिरोध के बावजूद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

अपने आवास पर थे योल
योल अपने हन्नाम डोंग आवास पर पिछले कई हफ्तों से छिपे हुए थे। उन्हें पकड़ने के लिए हजार से ज्यादा जांचकर्ता और पुलिस अधिकारी तैनात किए गए थे। योल ने पिछले महीने दक्षिण कोरिया में मार्शल लॉ लगाने का एलान किया था।

यून सुक योल की गिरफ्तारी
इसके बाद पूरे देश में उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए थे। लोग सड़कों पर आ गए थे और विपक्ष ने संसद में घुसकर इसके खिलाफ वोटिंग की थी। बाद में योल ने इसके लिए माफी मांगी थी।

रास्ते कर दिए ब्लॉक
हाई रैंक के भ्रष्टाचार जांच अधिकारी और पुलिस की संयुक्त टीम यह तय करने की कोशिश कर रही है कि 3 दिसंबर को देश पर थोपे गए मार्शल लॉ को क्या विद्रोह के प्रयास के बराबर माना जा सकता है।
यून को हिरासत में लेने के लिए कोर्ट द्वारा जारी आदेश के बावजूद, प्रेसिडेंशियल सिक्योरिटी सर्विस का कहना है कि पूर्व राष्ट्रपति की सुरक्षा करना उनका दायित्व है। उन्होंने पूरे परिसर को कंटीले तारों से घेर दिया है और रास्तों को बसें खड़ी कर बंद कर दिया है।

मामला बढ़ने पर दक्षिण कोरिया के कार्यवाहक लीडर और उप प्रधान मंत्री चोई सांग-मोक ने एक बयान जारी कर कहा कि प्रवर्तन एजेंसियां और प्रेसिडेंशियल सिक्योरिटी सर्विस यह सुनिश्चित करें कि शारीरिक झड़प न हो।
गिरफ्तार हुए यून सुक योल

आखिरकार मिली सफलता
गिरफ्तारी से पहले योल के आवास के बाहर कई पुलिस अधिकारी ब्लैक जैकेट पहने घूमते देखे गए। इनमें से कई पहाड़ी कंपाउंड में घूमकर आवास में दाखिल होने का रास्ता तलाश कर रहे थे।
अंत में कुछ पुलिस अधिकारियों को इसमें सफलता मिली। उन्होंने बसों पर सीढ़ियां लगाकर उन्हें पार कर लिया और किसी तरह आवास के अंदर दाखिल हो गए। योल के वकील ने कहा कि सिक्योरिटी सर्विस उनकी रक्षा करना जारी रखेगी, क्योंकि सियोल की वेस्टर्न कोर्ट द्वारा जारी वारंट अवैध है।

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