अलीपुर के झंगोला गांव में हाईटेंशन तार की चपेट में आने से तीन साल के बच्चे की मौत हो गई। वह अन्य बच्चों के साथ खेलने पड़ोस की छत पर गया था। छत के ऊपर से हाईटेंशन तार गुजर रहा है। करंट लगने से बच्चा 80 फीसदी झुलस गया था। पुलिस ने लापरवाही से हुई मौत का मामला दर्ज कर लिया है।
मृत बच्चे की शिनाख्त वंशदीप के रूप में हुई है। वह परिवार के साथ झंगोला गांव में रहता था। परिवार में पिता कृष्ण, मां और परिवार के अन्य लोग हैं। कृष्ण मजदूरी करता है। परिवार वालों ने बताया कि वंशदीप बुधवार शाम करीब चार बजे अन्य बच्चों के साथ पड़ोस की छत पर खेलने चला गया। खेलने के दौरान वह करीब तीन फुट की दीवार पर चढ़ गया। इसी दौरान ऊपर से गुजर रहे हाईटेंशन तार की चपेट में आ गया। धमाका होने के बाद बच्चे के शरीर में आग लग गई और वह वहीं गिर गया।
बच्चों के शोर मचाने पर आसपास मौजूद लोग छत पर पहुंचे। बच्चे का चाचा भी वहां पहुंचा। उसने वंशदीप को गंभीर रूप से झुलसी अवस्था में देखा। वह उसे अस्पताल में ले गए। बच्चा 80 फीसदी झुलस गया था। गंभीर हालत को देखते हुए उसे सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां बृहस्पतिवार सुबह इलाज के दौरान बच्चे ने दम तोड़ दिया।
तार हटने के आश्वासन के बाद ही करेंगे अंतिम संस्कार
बच्चे की मौत के बाद परिवार में मातम है। मां और परिवार के सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार वालों का कहना है कि इससे पहले भी तीन लोग करंट की चपेट में आकर झुलस चुके हैं। घटना के बाद लोगों ने लगातार प्रशासन को यहां से हाईटेंशन तार हटाने की लिखित शिकायत की लेकिन प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। कृष्ण की बहन ने बताया कि इससे पहले भी उनकी दो भाभियां हाईटेंशन तार की चपेट में आकर झुलस चुकी हैं। सात साल का एक बच्चा नानी के घर आया हुआ था। उसे भी तार की चपेट में आने से करंट लगा था। गनीमत रही कि जान बच गई, लेकिन हाथ कट गया। परिवार वालों का कहना है कि जब तक यहां से तार हटाने का आश्वासन नहीं मिलता, वह शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
दिसंबर में था बच्चे का जन्मदिन
बच्चे के पिता कृष्ण ने बताया कि दिसंबर में वंशदीप का तीसरा जन्मदिन था। उन्होंने बताया कि हाईटेंशन तार से लगातार हो रही घटना को देखते हुए वह अपने बेटे पर काफी ध्यान देेते थे। उसे कभी भी छत पर नहीं जाने देते थे। घटना के समय