जिले में जून से अगस्त यानी तीन महीने में डेंगू के 22 मरीज मिले। सितंबर से 8 अक्तूबर तक 38 दिन में 73 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इस सीजन में कुल 95 लोग डेंगू की चपेट में आ चुके हैं। 40 मरीजों की उम्र 20 से 40 साल के बीच है। जबकि 15 से 20 साल के 20 मरीज हैं।
मानसून सीजन की शुरुआत में डेंगू का प्रकोप कम था, लेकिन सितंबर में जिस तरह से मरीजों की संख्या बढ़ी है, उसको लेकर जिला मलेरिया विभाग भी अलर्ट हो गया है। विशेष अभियान चलाकर डेंगू का लार्वा खोजने के साथ ही जिन घरों में लार्वा मिल रहे हैं, वहां नोटिस देकर सफाई पर ध्यान देने की अपील की जा रही है।
अगस्त तक केवल 22 मरीज मिले तो लगा कि इस साल राहत मिलेगी, लेकिन सितंबर में चौंकाने वाले मामले देखने को मिले। 30 दिन के महीने में 67 मरीज मिले। अक्तूबर में आठ दिन में 6 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है।
पहले से बने हॉट स्पाट पर फिर मिल रहे मरीज
पिछले साल जिन जगहों पर मरीज अधिक मिले थे, उसे हॉटस्पॉट बनाकर विशेष नजर रखने की बात कही गई थी। हालांकि, इस साल भी उन्हीं जगहों पर मरीज मिल रहे हैं। इस साल पहड़िया, पांडेयपुर, सामनेघाट, मारूतिनगर, सुसुवाही, सीरगोवर्धन के साथ ही महामनापुरी, करौंदी, फुलवरिया में ज्यादातर मरीज मिल रहे हैं।
किस महीने में कितने मरीज मिले
जून 01
जुलाई 7
अगस्त 14
सितंबर 67
अक्तूबर 6
बोले अधिकारी
सितंबर से मरीजों की संख्या बढ़ी है। जिन जगहों पर मरीज मिल रहे हैं, वहां लार्वा रोधी अभियान में शामिल सदस्यों को दवाओं का छिड़काव करवाने के साथ ही लोगों को डेंगू से बचाव के प्रति जागरूक किया जा रहा है। – एससी पांडेय, जिला मलेरिया अधिकारी