जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने मंगलवार को अपने मंत्रिमंडल के साथ इस्तीफा दे दिया। किशिदा ने 2021 में पदभार संभाला था लेकिन वे इसलिए पद छोड़ रहे हैं ताकि उनकी पार्टी को एक नया नेता मिल सके क्योंकि उनकी सरकार घोटालों से घिरी हुई है। किशिदा के बाद अब उनके संभावित उत्तराधिकारी शिगेरु इशिबा के पदभार संभालने का रास्ता साफ हो गया।
जापान में बड़ी राजनीतिक हलचल देखने को मिली है। प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने मंगलवार को अपने मंत्रिमंडल के साथ इस्तीफा दे दिया। किशिदा ने 2021 में पदभार संभाला था, लेकिन वे इसलिए पद छोड़ रहे हैं ताकि उनकी पार्टी को एक नया नेता मिल सके, क्योंकि उनकी सरकार घोटालों से घिरी हुई है।
शिगेरु इशिबा के पदभार संभालने का रास्ता साफ
किशिदा के बाद अब उनके संभावित उत्तराधिकारी शिगेरु इशिबा के पदभार संभालने का रास्ता साफ हो गया।
इशिबा ने 27 अक्टूबर को संसदीय चुनाव कराने की योजना बनाई है, जिसके बाद उन्हें औपचारिक रूप से प्रधानमंत्री के रूप में चुना जाएगा।
इशिबा ने सोमवार को अचानक चुनाव कराने की अपनी योजना की घोषणा करते हुए कहा, “मेरा मानना है कि नए प्रशासन को जल्द से जल्द जनता का फैसला मिलना जरूरी है।”
विपक्षी दलों ने इशिबा पर बोला हमला
विपक्षी दलों ने इशिबा की आलोचना की कि उन्होंने मतदान से पहले संसद में अपनी नीतियों की जांच और चर्चा के लिए केवल कुछ समय दिया। इशिबा को शुक्रवार को किशिदा की जगह लेने के लिए लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी का नेता चुना गया, जिन्होंने अगस्त में घोषणा की थी कि वह अपने तीन साल के कार्यकाल के अंत में इस्तीफा दे देंगे।
इशिबा को आज ही प्रधानमंत्री चुना जा सकता
इशिबा को आज ही संसद में मतदान के बाद प्रधानमंत्री चुना जा सकता है, क्योंकि संसद में उनकी पार्टी के सत्तारूढ़ गठबंधन का दबदबा है। मुख्य कैबिनेट सचिव योशिमासा हयाशी ने कहा कि किशिदा और उनके मंत्रियों ने सुबह कैबिनेट की बैठक में पद छोड़ दिया।
किशिदा के सबसे करीबी हयाशी ने कहा कि दुनिया को जापान की कूटनीतिक भूमिका से बहुत उम्मीदें हैं, उन्होंने यूक्रेन में रूस के युद्ध और मध्य पूर्व में संघर्ष को लेकर वैश्विक विभाजन को गहराते हुए देखा।
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