श्रीलंकाई नौसेना ने भारतीय मछुआरों को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया था। 2024 की शुरुआत से लेकर अबतक श्रीलंकाई नौसैनिकों ने 55 नौकाओं को जब्त करने के साथ 413 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किया है।
श्रीलंकाई नौसेना ने एक बार फिर भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किया। उन्होंने इसबार 17 मछुआरों को गिरफ्तार करने के साथ उनके नौकाओं को भी जब्त कर लिया। भारतीय मछुआरों पर श्रीलंका की सीमा पार करने का आरोप लगाया गया है। इस साल में अबतक श्रीलंका द्वारा 413 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किया जा चुका है। गिरफ्तार किए गए मछुआरों को तलाईमन्नार घाट ले जाया गया और फिर आगे की कार्रवाई के लिए उन्हें मन्नार मत्स्य निरीक्षक को सौंप दिया गया।
रविवार को श्रीलंकाई नौसैनिकों ने 17 मछुआरों को गिरफ्तार करने के साथ दो नाव भी जब्त किए। नौसेना ने भारतीय मछुआरों को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया था। 2024 की शुरुआत से लेकर अबतक श्रीलंकाई नौसैनिकों ने 55 नौकाओं को जब्त करने के साथ 413 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किया है।
बार-बार भारतीय मछुआरों को किया जा रहा गिरफ्तार
इससे पहले इसी महीने श्रीलंकाई नौसेना ने तमिलनाडु के 37 मछुआरों को गिरफ्तारी और तीन नौकाओं को जब्त किया था। मछुआरों को 21 सितंबर 2024 को गिरफ्तार किया गया था। पिछले महीने 11 मछुआरों को गिरफ्तार किया गया था। उनपर मछली पकड़ने के लिए समुद्री सीमा पार करने का आरोप लगाया गया था। बता दें कि भारत और श्रीलंका के संबंधों में मछुआरों का मुद्दा एक विवादास्पद मुद्दा है। इस तरह की ज्यादातर घटनाएं पाक जलडमरूमध्य में होती हैं। यह तमिलनाडु से उत्तरी श्रीलंका के बीच एक पट्टी है। यह मछलियों के लिए समृद्ध क्षेत्र माना जाता है।
पिछले महीने एक जुलाई को रामेश्वरम द्वीप क्षेत्र के पास पाक खाड़ी समुद्री क्षेत्र में पंबन से मछली पकड़ने गए 26 भारतीय मछुआरों को श्रीलंकाई नौसेना ने पकड़ लिया था। उनके साथ चार देशी नाव को जब्त कर लिया गया था। पिछले महीने ही श्रीलंकाई नौसेना ने अपने जलक्षेत्र में अवैध तरीके से मछली पकड़ने के आरोप में 18 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किया था।
उनके साथ मछली पकड़ने वाली तीन नौकाओं को भी जब्त कर लिया गया था। इससे पहले भी श्रीलंकाई नौसेना ने चार भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किया था और उनकी नौका जब्त कर ली थी। इस साल जनवरी में श्रीलंका की नौसेना ने 12 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किया था। मछुआरों पर श्रीलंका के जलक्षेत्र में मछली पकड़ने का आरोप लगाया गया था।