नागपुर हिट एंड रन मामले में अब शिवसेना (यूबीटी) एवं कांग्रेस के बीच भी जुबानी जंग शुरू हो गई है। कांग्रेस के स्थानीय विधायक विकास ठाकरे ने कहा है कि दुर्घटना के समय भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले का पुत्र संकेत बावनकुले कार नहीं चला रहा था। जबकि, शिवसेना (यूबीटी) की नेता सुषमा अंधारे ने कांग्रेस पर आरोपितों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है।
विकास ठाकरे आरोपितों को संरक्षण दे रहे
सुषमा अंधारे ने बुधवार सुबह ही नागपुर के सीताबर्डी थाने पहुंचकर पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाने शुरू कर दिए थे। उन्होंने संबंधित पुलिस अधिकारियों से पूछा कि दुर्घटना के बाद प्राथमिकी में कार का नंबर क्यों नहीं दर्ज किया गया। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया है कि स्थानीय कांग्रेस विधायक विकास ठाकरे आरोपितों को संरक्षण दे रहे हैं।
कौन चला रहा था गाड़ी
इसका उत्तर देते हुए शहर कांग्रेस अध्यक्ष विकास ठाकरे ने कहा कि उन्हें इस घटना के बारे में जानकारी है। बावनकुले का बेटा गाड़ी नहीं चला रहा था, बल्कि ड्राइवर के बगल में बैठा था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसी को बचाने का प्रयास नहीं करेगी। नेताओं और उनके बच्चों को इस घटना से सबक लेना चाहिए।
दोषियों को सजा मिलनी चाहिए
उन्होंने कहा कि दोषियों को सजा मिलनी चाहिए, लेकिन निर्दोष को बदनाम नहीं किया जाना चाहिए। अंधारे ने ठाकरे के रुख पर आपत्ति जताते हुए आश्चर्य जताया कि आखिर उन्होंने किस वजह से इस मुद्दे को उठाया। बावनकुले के बेटे का नाम एफआईआर में दर्ज नहीं किया गया, जबकि कार उसके नाम पर पंजीकृत थी। कई लोगों को संदेह था कि वह कार चला रहा था।
दुर्घटना से पहले खाया गोमांस
शिवसेना (यूबीटी) के प्रवक्ता संजय राउत ने भी इसी मामले से जुड़ा एक आरोप यह कहते हुए लगाया है कि दुर्घटना से पहले संकेत बावनकुले एवं उसके दोस्तों ने एक रेस्टोरेंट में जाकर गोमांस खाया था। राउत के अनुसार, इसका बिल उपलब्ध है। जबकि, उक्त रेस्टोरेंट लाहोरी के मालिक ने राउत के दावे को गलत बताते हुए कहा है कि उनके रेस्टोरेंट की बदनामी करने वाले पर वह मानहानि का दावा करेंगे।