भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को अजा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस व्रत को करने से साधक को शुभ फलों की प्राप्ति होती है। साथ ही भगवान विष्णु की कृपा से सभी मनोकामनाएं भी पूर्ण होती हैं। तो चलिए जानते हैं कि आप किस प्रकार अगस्त में आने वाली अजा एकादशी पर प्रभु श्री हरि को प्रसन्न कर सकते हैं।
अजा एकादशी शुभ मुहूर्त (Aja Ekadashi Shubh Muhurat)
भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 29 अगस्त को मध्य रात्रि 01 बजकर 19 मिनट पर शुरू हो रही है। वहीं इस तिथि का समापन 30 अगस्त को मध्य रात्रि 01 बजकर 37 मिनट पर होने जा रहा है। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, अजा एकादशी का व्रत गुरुवार, 29 अगस्त को रखा जाएगा।
ये चीजें करें अर्पित
अजा एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा के दौरान जब चौकी पर उनकी मूर्ति स्थापित करें, तो इस बात का ध्यान रखें कि चौकी पर पीले रंग का आसन बिछाना चाहिए। इसी के साथ प्रभु श्री हरि को पीले रंग के वस्त्र भी जरूर अर्पित करने चाहिए।
पूजा में विष्णु जी को हल्दी, पीला चंदन, अक्षत, पीले फूल, इत्र और धूप-दीप आदि चढ़ाएं। इससे वह अति प्रसन्न होते हैं। इसी के साथ विष्णु जी को तुलसीदल अर्पित करें और उनके भोग में भी तुलसी डालना न भूलें, अन्थया उनका भोग अधूरा माना जाता है। आप विष्णु जी को पीले रंग की मिठाई का भोग भी लगा सकते हैं, जैसे – बेसन के लड्डू या फिर रस मलाई आदि।
ऐसे प्राप्त कर सकते हैं कृपा
अजा एकादशी पर भगवान विष्णु का लक्ष्मी जी के साथ पूजन करना चाहिए। इसके बाद दक्षिणावर्ती शंख में केसर मिश्रित दूध लेकर उससे विष्णु जी का अभिषेक करें। इस दिन विष्णु जी के मंत्रों का जाप करना भी बहुत ही शुभ माना जाता है। अगले दिन यानी द्वादशी तिथि पर अपनी क्षमता के अनुसार, किसी ब्राह्मण को दान-दक्षिणा दें। ऐसा करने से साधक के जीवन में सुख-समृद्धि का वास बना रहता है।