अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने उनके स्मारक सदैव अटल पर श्रद्धांजलि अर्पित की। सदैव अटल जाकर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने भी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की आज पुण्यतिथि है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने उनके स्मारक ‘सदैव अटल’ पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
जगदीप धनखड़ और राजनाथ सिंह ने भी दी श्रद्धांजलि
सदैव अटल जाकर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने भी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
प्रार्थना सभा में शामिल हुए भाजपा नेता
वाजपेयी की दत्तक पुत्री नमिता कौल भट्टाचार्य भी पूर्व प्रधानमंत्री की समाधि ‘सदैव अटल’ पर प्रार्थना सभा में शामिल हुईं। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर भी पूर्व पीएम वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने के लिए ‘सदैव अटल’ स्मारक पर मौजूद थे। भाजपा के आधिकारिक हैंडल पर एक्स पर पोस्ट किया गया, “पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न, हमारे प्रेरणा स्रोत, श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि।”
शाह बोले- अटल जी ने देश को मजबूत किया
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने पूर्व पीएम वाजपेयी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के तौर पर उन्होंने देश को सामरिक और आर्थिक रूप से मजबूत किया। जब भी देश में राजनीतिक शुचिता, राष्ट्रहित के प्रति निष्ठा और सिद्धांतों के प्रति अडिगता की बात होगी, अटल जी को याद किया जाएगा।
एक तरफ उन्होंने भाजपा की स्थापना के जरिए राष्ट्रहित की विचारधारा को लोकप्रिय बनाया, वहीं प्रधानमंत्री के तौर पर उन्होंने देश को सामरिक और आर्थिक रूप से मजबूत किया। शाह ने ट्वीट किया, “भारत रत्न से सम्मानित अटल जी को उनकी पुण्यतिथि पर मैं अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।”
ग्वालियर में जन्मे थे वाजपेयी
1924 में ग्वालियर में जन्मे वाजपेयी दशकों तक भाजपा का चेहरा रहे और वह पहले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री थे जिन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया। वाजपेयी 16 मई 1996 से 1 जून 1996 तक और फिर 19 मार्च 1998 से 22 मई 2004 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे।
उन्होंने 1977 से 1979 तक प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के मंत्रिमंडल में भारत के विदेश मंत्री के रूप में भी कार्य किया। 16 अगस्त 2018 को दिल्ली के एम्स अस्पताल में उनका निधन हो गया।