ज्योतिषियों की मानें तो देवशयनी एकादशी पर शुभ और शुक्ल योग समेत कई मंगलकारी योग बन रहे हैं। इन योग में भगवान विष्णु की पूजा उपासना करने से व्रती की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी। साथ ही सुख और सौभाग्य में भी वृद्धि होगी। इस तिथि पर साधक श्रद्धा भाव से भगवान विष्णु की उपासना करते हैं। साथ ही एकादशी का व्रत रखते हैं।
हर वर्ष आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के अगले दिन देवशयनी एकादशी (Devshayani Ekadashi 2024) मनाई जाती है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। साथ ही भगवान विष्णु के निमित्त व्रत रखा जाता है। इस व्रत को करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। साथ ही अनजाने में किए गए पापों से मुक्ति मिलती है। ज्योतिषियों की मानें तो देवशयनी एकादशी पर सूर्य के गोचर से बुधादित्य योग बन रहा है। इस योग से 5 राशि के जातकों को सर्वाधिक लाभ प्राप्त होगा। आइए, इन 5 राशियों के बारे में जानते हैं-
सूर्य गोचर
ज्योतिषियों की मानें तो 16 जुलाई को कर्क संक्रांति है। इस दिन सूर्य देव मिथुन राशि से निकलकर कर्क राशि में प्रवेश करेंगे। इस राशि में सूर्य देव 16 जुलाई तक उपस्थित रहेंगे। इस दौरान 19 जुलाई को पुष्य नक्षत्र, 2 अगस्त को अश्लेषा और 16 अगस्त को मघा नक्षत्र में गोचर करेंगे। इसके बाद 16 अगस्त को सिंह में प्रवेश करेंगे।
बुधादित्य योग
वर्तमान समय में बुध और शुक्र दोनों ग्रह कर्क राशि में विराजमान हैं। वहीं, 16 जुलाई को सूर्य देव भी कर्क राशि में विराजमान होंगे। सूर्य गोचर से कर्क राशि में सूर्य और बुध दोनों उपस्थित रहेंगे। सूर्य और बुध के कर्क राशि के लग्न भाव में रहने से बुधादित्य योग बनेगा। ज्योतिष बुधादित्य योग को शुभ मानते हैं। इस योग के निर्माण से जातक के सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है। साथ ही धन और दौलत में भी बढ़ोतरी होती है। बुधादित्य योग से 5 राशि के जातकों को विशेष लाभ होगा।
मेष राशि
सूर्य के राशि परिवर्तन से मेष राशि के जातकों को लाभ प्राप्त हो सकता है। सूर्य देव मेष राशि में उच्च के होते हैं। अत: मेष राशि के जातकों को हमेशा ही शुभ फल देते हैं। साथ ही गुरु वर्तमान समय में मेष राशि के धन भाव में विराजमान हैं। इसके लिए मेष राशि के जातकों को देवशयनी एकादशी पर विशेष लाभ प्राप्त हो सकता है।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के स्वामी ग्रहों के राजकुमार बुध देव हैं। राशि परिवर्तन के दौरान सूर्य देव मिथुन राशि के धन भाव में विराजमान होंगे। इस भाव में सूर्य के रहने पर जातक को धन लाभ होता है। वहीं, ग्रहों के राजकुमार, सूर्य देव के मित्र ग्रह हैं। अत: देवशयनी एकादशी पर मिथुन राशि के जातकों को भी लाभ प्राप्त होगा।
सिंह राशि
सिंह राशि के स्वामी सूर्य देव हैं और आराध्य भगवान विष्णु हैं। इस राशि के जातकों पर सूर्य देव की विशेष कृपा बरसती है। उनकी कृपा से देवशयनी एकादशी पर सिंह राशि के जातकों के सभी बिगड़े काम बन जाएंगे। साथ ही घर में खुशियों का आगमन होगा। नौकरी की तलाश में हैं, तो देवशयनी एकादशी तिथि पर जॉब मिल सकती है।
कन्या राशि
कन्या राशि के स्वामी भी बुध देव हैं। वहीं, आराध्य भगवान गणेश हैं। वर्तमान समय में देवगुरु बृहस्पति भी कन्या राशि के भाग्य भाव में विराजमान हैं। वहीं, बुध देव आय भाव में विराजमान होंगे। इससे कन्या राशि के जातकों की आमदनी बढ़ेगी। साथ ही धन प्राप्ति के नवीन मार्ग बनेंगे।
तुला राशि
सूर्य के राशि परिवर्तन करने से तुला राशि के जातकों के करियर में भी बदलाव आएगा। इस राशि के जातकों को करियर और कारोबार में सफलता मिलेगी। नौकरी में भी पदोन्नति के योग हैं। बिजनेस से जुड़े लोग निवेश करने की सोच सकते हैं। अगर नवीन कार्य करने की सोच रहे हैं, तो देवशयनी एकादशी शुभ दिन है। इस दिन के बाद मांगलिक कार्य के लिए योग नवंबर माह में है।