सब्सिडी के तौर पर सोलर पंप लगाने में कुल जितना खर्च आता है, उसका 30 प्रतिशत केंद्र, 30 प्रतिशत राज्य सरकार और 40 प्रतिशत किसान को उठाना पड़ता है। यानी किसानों को 60 प्रतिशत तक योजना के अंतर्गत सब्सिडी दी जाती है।
पंजाब के 37 ब्लॉकों में 20 हजार नए सोलर पंप लगाए जाएंगे। पंजाब एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (पेडा) ने इसको लेकर प्रोजेक्ट की तैयारी शुरू कर दी है।
प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाअभियान के तहत यह नए सोलर पंप लगाए जाएंगे। प्रदेश के जिन ब्लॉकों में इनको लगाने के लिए योजना बनाई गई हैं, वहां प्रदेश में पानी की कमी को देखते हुए पहले ही सर्वे करा लिया गया है। ये पंप उन ब्लॉकों में ही किसानों को लगाने के लिए दिए जाएंगे, जहां भू-जल स्तर ठीक है। जो किसान लंबे अरसे से आज भी डीजल या मोटर से चलने वाली पंपों का प्रयोग कर खेतीबाड़ी कर रहे हैं, पंजाब एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी उन्हें सोलर युक्त पंपों पर शिफ्ट करना चाहती है।
पेडा के एडिशनल डायरेक्टर राजेश बंसल ने बताया कि सरकार पीएम कुसुम योजना के तहत किसानों को इन सोलर पंप के लिए सब्सिडी भी देती है। सब्सिडी के तौर पर सोलर पंप लगाने में कुल जितना खर्च आता है, उसका 30 प्रतिशत केंद्र, 30 प्रतिशत राज्य सरकार और 40 प्रतिशत किसान को उठाना पड़ता है। यानी किसानों को 60 प्रतिशत तक योजना के अंतर्गत सब्सिडी दी जाती है।
इन ब्लॉकों में किसानों को दिए जाएंगे सोलर पंप
पेडा 37 ब्लॉकों में 20 हजार सोलर पंप लगवाएगी। इन 37 ब्लॉकों में भू-जल स्तर ठीक है। एडिशनल डायरेक्टर राजेश बंसल ने बताया कि सर्वे के अनुसार भू-स्तर मामले में जो सुरक्षित जल स्तर वाले ब्लॉक हैं, उनमें बठिंडा के तलवंडी साबो, संगट और रामपुरा, फाजिल्का के अबोहर, फाजिल्का, खुइंया सरवर, श्रीमुक्तसर साहिब में गिद्दड़बाहा, लांबी, मलौट और श्रीमुक्तसर साहिब, गुरदासपुर में दीनानगर, पठानकोट में बमियाल, धारकलां, नरोट जैयमल सिंह, होशियापुर में होशियापुर, भूंगा, हाजीपुर और महिलपुर, एसबीएस नगर में बलाचौर और सरोया, रोपड़ और माजरी के अलावा अन्य ब्लॉकों में जोकि चिह्नित किए जा रहे हैं, उनमें ये सोलर पंप लगाए जाएंगे।
किसानों को दिए जाएंगे चार प्रकार के सोलर पंप
योजना के तहत किसानों को अलग-अलग क्षमता के चार प्रकार के सोलर पंप लगाने की अनुमति दी जाएगी। इनमें 3, 5, 7.5 और 10 एचपी पावर के क्षमता के सोलर पंप शामिल हैं। इनकी कीमत डेढ़ लाख से साढ़े चार लाख रुपये तक है, लेकिन किसानों को 60 प्रतिशत सब्सिडी के साथ 60 हजार से ढाई लाख रुपये तक का ही भुगतान करना होगा। ये कीमतें सामान्य श्रेणी के किसानों के लिए हैं, जबकि एससी वर्ग के किसानों को सोलर पंप लगवाने के लिए योजना के तहत 20 प्रतिशत ही पैसा देना होगा।
90 हजार सोलर पंप लगाने का टारगेट
एडिशनल डायरेक्टर राजेश बंसल ने बताया कि पंजाब सरकार का प्रदेश में कुल 90 हजार सोलर पंप लगाने का टारगेट हैं। पहले पड़ाव में 20 हजार सोलर पंप लगाए जाएंगे। इसके बाद 70 हजार सोलर पंप दूसरे पड़ाव में। डार्क जोन वाले किसानों को भी सोलर पंप लगाने की अनुमति दी जाएगी, लेकिन केवल उन किसानों को जोकि अपने खेतों में स्प्रिंकलर और ड्रिप सिंचाई प्रणाली का प्रयोग कर रहे हैं।