राकेश के मुताबिक एयरपोर्ट के पास ही टीएसआई आशुतोष त्रिपाठी ने चेकिंग के नाम पर एसयूवी रोकी और जांच के नाम पर उनसे व परिवार वालों से अभद्रता की।
ट्रैफिक पुलिस ने शनिवार शाम भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी की एसयूवी रोकी और चेकिंग करने के बाद हूटर उतरवा दिया। इस दौरान टीएसआई और प्रवक्ता में तीखी नोकझोंक हुई। मामले में भाजपा प्रवक्ता ने टीएसआई आशुतोष त्रिपाठी पर अभद्रता का आरोप लगा डीसीपी ट्रैफिक से शिकायत की। आशुतोष को निलंबित कर विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी परिवार समेत शनिवार शाम करीब छह बजे श्रीनगर से लौटे थे। वह एसयूवी से एयरपोर्ट से घर जा रहे थे। राकेश के मुताबिक एयरपोर्ट के पास ही टीएसआई आशुतोष त्रिपाठी ने चेकिंग के नाम पर एसयूवी रोकी और जांच के नाम पर उनसे व परिवार वालों से अभद्रता की। मामले की शिकायत उन्होंने डीसीपी ट्रैफिक कमलेश दीक्षित से की। डीसीपी ने बताया कि प्राथमिक जांच में टीएसआई की गलती पाई गई। इसलिए आशुतोष त्रिपाठी को निलंबित कर दिया गया है। विभागीय जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
इसलिए हुआ विवाद
दरअसल, हूटर, लाल-नीली बत्ती लगाने वालों (जो अधिकृत नहीं हैं) के खिलाफ अभियान चल रहा है। इसीलिए हूटर लगी एसयूवी रोकी गई, जिसमें भाजपा प्रवक्ता थे। चेक करने पर हूटर बजता पाया गया। इसी दौरान आपस में कहासुनी हो गई। हूटर उतरवाने को लेकर ही विवाद हुआ।
प्रवक्ता का आरोप, झंडा लगा देख रोकी गाड़ी
राकेश त्रिपाठी का आरोप है कि एसयूवी में भाजपा का झंडा लगा होने की वजह से जानबूझकर टीएसआई ने उनकी एसयूवी रोकी थी। बाद में उन्होंने खुद ही झंडा उतार दिया। मामले में टीएसआई आशुतोष त्रिपाठी का पक्ष जानने के लिए उनको कई बार कॉल की गई, लेकिन रिसीव नहीं हुई।
जानिए प्रदेश में हूटर लगाने के लिए कौन-कौन अधिकृत
प्रदेश में राज्यपाल, मुख्यमंत्री के स्कॉर्ट वाहन, पुलिस वाहन, मजिस्ट्रेट, प्रवर्तन संबंधी ड्यूटी में लगे वाहन, एंबुलेंस, दमकल वाहन, पेट्रोलिंग वाहन अन्य पुलिस स्कॉर्ट वाहन।