चांदनी चौक के नई सड़क इलाके में कटरा मारवाड़ी में गुरुवार शाम अचानक आग गई। आग लगते ही पूरे बाजार में अफरा-तफरी मच गई। भीड़ से भरे बाजार को किसी तरह खाली करवाया गया। इस बीच देखते ही देखते आग ने भयावह रूप धारण कर लिया। देखते ही देखते आग ने आसपास की दो इमारतों को अपनी चपेट में ले लिया।
इनमें दुकानें और गोदाम दोनों ही मौजूद थे। किसी तरह दुकानदारों ने भागकर अपनी जान बचाई। इस बीच मामले की सूचना पुलिस के अलावा दमकल विभाग को दे दी गई। शुरुआत में 14 गाड़ियों को वहां भेजा गया, लेकिन हालात बिगड़ते देखकर गाड़ियों की संख्या 50 कर दी गई। आग का विकराल रूप देखकर खुद दमकल विभाग के निदेशक अतुल गर्ग वहां पहुंच गए।
आग पर काबू पाने के दौरान टुकड़ी (पटिया-टी-आयरन)-गाटर पर दो मंजिला दो इमारत जमींदोज हो गईं। दमकल विभाग के 250 से ज्यादा जवान और अधिकारी आग पर काबू पाने में जुटे थे। आग कटरा मारवाड़ी से बढ़ते हुए कटरा चीरा खाना की ओर बढ़ रही थी। पुलिस ने एहतियात के तौर पर आसपास की दर्जनों इमारतों और दुकानों को खाली करवा लिया था।
हादसे की वजह से पूरे इलाके में हड़कंच मचा हुआ था। लोगों की भारी भीड़ वहां मौजूद थी। हालात को काबू करने के लिए पुलिस फोर्स को मौके पर बुलाया गया है। दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना था कि फिलहाल हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। आग पर काबू पाने के बाद सर्च ऑपरेशन के बाद बाकी स्थिति साफ हो पाएगी।
दिल्ली फायर सर्विस के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि शाम करीब 5.00 बजे कंट्रोल रूम को खबर मिली कि नई सड़क, पुराना कटरा मारवाड़ी में आग लग गई है। आग एक इमारत की दूसरी मंजिल से लगी थी। इसके बाद देखते ही देखते आग फैलती चली गई। फौरन बचाव दल को वहां भेजा गया।
लगभग सभी दुकानों में साड़ियां, सूट, लहंगे और ड्रेस मेटेरियल मौजूद था। ऐसे में देखते ही देखते आग बढ़ती चली गई। आग की लपटे 50-50 फुट ऊंचे उठने लगी। जिन इमारतों में आग लगी थी, वहां ग्राउंड फ्लोर के अलावा पहली और दूसरी मंजिल पर दुकानें और गोदाम दोनों थे। इमारतों की छत टुकड़ी और टी-आयरन-गाटर से बनी थी।
आग की वजह से इमारत का तापमान बढ़ा तो लोहे के गाटर और टी-आयरन पिघल गए और इमारतें जमींदोज हो गईं। इन दोनों इमारतों में 60 से 65 दुकानें बताई जा रही थीं। सभी दुकानों में रखा माल जलकर खाक हो गया। खबर लिखे जाने तक आग मारवाड़ी कटरे से सटे कटरा चीरा खाना की ओर बढ़ रही थी।
दमकल विभाग के दर्जनभर से अधिक अधिकारी के अलावा 250 से ज्यादा जवान आग को काबू पाने में जुटे थे। हालांकि अधिकारियों का कहना था कि काफी हद तक आग पर काबू पाया जा चुका है, लेकिन आग को पूरी तरह से नहीं बुझाया जा सका है। उनकी प्राथमिकता आग को और बढ़ने से रोकना है। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी वहां पहुंच गए थे।
दमकल कर्मियों को घटना स्थल पहुंचने में हुई खासी दिक्कत…
ऐतिहासिक चांदनी चौक का नई सड़क हमेशा ही भीड़ से पटा रहता है। नई सड़क संकरी होने के अलावा यहां अतिक्रमण की खासी दिक्कत है। इसका खामियाजा बृहस्पतिवार को हुआ। आग लगने के बाद पुलिस व दमकल विभाग को कॉल की गई। मारवाड़ी कटरा से जामा मस्मिद दमकल केंद्र एक किलोमीटर भी नहीं है, लेकिन दमकल कर्मियों को यहां पहुंचने में खासी दुश्वारी हुई।
गाड़ियां चावड़ी बाजार से दाखिल नहीं हो पाईं। उनको चांदनी चौक की मेन रोड से भेजा गया। नई सड़क को खाली करवाने में खासा समय लग गया। इस बीच किसी तरह गाड़ियां वहां पहुंची तब तक खासी देर हो चुकी थी। आग ने एक बड़े हिस्से को अपनी चपेट में ले लिया था। आग भी चांदनी चौक से घुसकर नई सड़क के अंतिम छोर के पास लगी थी।
ऐसे में दमकल कर्मियों को पाइप जोड़कर ऊंची इमारतों पर चढ़ना पड़ा। इसके बाद ही दुकानों पर पानी डाला जा सका। सड़क संकरी होने के कारण दमकल की गाड़ियों को पानी लेकर आने में खासी दिक्कत हो रही थी। ऐसे में एकदम आग पर काबू नहीं पाया जा रहा था। दमकलकर्मी आग पर काबू पाने में जुटे थे।
आसपास की दर्जनों इमारतों को कराया गया खाली…
नई सड़क पर आग लगते ही अचानक मौके पर अफरा-मच गई। आग की ऊंची-ऊंची लपटे उठने लगी। पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने एहतियात के तौर पर आसपास की इमारतों को खाली करवाना शुरू कर दिया। लोगों ने दुकानों और गोदामों से अपना माल भी निकलवाना शुरू कर दिया।
हर किसी को डर था कि आग कहीं उनके गोदाम या दुकान तक न पहुंच जाए। पुलिस आसपास के मकानों में रहने वाले लोगों को भी निकलवाकर सुरक्षित स्थान पर छोड़ा। हालांकि कुछ लोग अपने मकानों को छोड़ने को तैयार नहीं थे। पुलिस ने समझा-बुझाकर लोगों को वहां से निकाला। जिन लोगों की दुकानें हादसे में स्वाहा हो गई थीं, उनके चेहरों पर मायूसी दिख रही थी।
आग बुझने के बाद होगी स्थिति साफ…
कटरा मारवाड़ी में कैसे आग लगी और आग से कितना नुकसान हुआ, फिलहाल इसका बस अंदाजा ही लगाया जा सकता है। नई सड़क ट्रैडर्स वेलफेयर ऐसासिएशन के अध्यक्ष दीपक महेंद्रू ने बताया कि आग से इमारतों के साथ कारोबारियों के सपने भी जल गए। आग में करोड़ों रुपये का माल जल गया। इसका आंकलन तो आग पर काबू पाने के बाद ही होगा।
आग कैसे लगी इसका खुलासा नहीं हो पाया है। दीपक ने बताया कि एक इमारत की दूसरी मंजिल पर शार्ट सर्किट से आग लगने की बात की जा रही है। अब आग लगने की असली वजह क्या है, इसका पता छानबीन के बाद ही चल पाएगा। पुलिस की टीमें बाद में आग की सही वजहों का पता लगाएंगी।
नई सड़क समेत पूरे चांदनी चौक में तारों का जंजाल…
मौके पर मौजूद कारोबारी अनिल ने बताया कि चांदनी चौक और पूरे नई सड़क इलाके में तारों का जंजाल है। अक्सर यहां आग लगती ही रहती है। बार-बार कहने के बाद बावजूद कोई इस पर ध्यान नहीं देता है। घनी आबादी और भीड़ वाला इलाका होने की वजह से यहां जान माल दोनों का खतरा बना रहता है।
मार्केट ऐसासिएशन के अलावा कारोबारियों ने कई बार स्थानीय नेताओं के अलावा सिविक एजेंसियां को पत्र लिखकर इस ओर ध्यान दिलाने का प्रयास किया है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है। यदि इनको अब भी नहीं हटाया जाएगा तो भविष्य में इससे भी बड़ा कोई हादसा होने का खतरा बना रहेगा।