नई दिल्ली: दक्षिणी कश्मीर के त्राल में सेना से मुठभेड़ के दौरान मारे गए हिज्बुल मुजाहिद्दीन के कमांडर सब्जार बट के जनाजे के दौरान भी बुरहान वानी के जैसे ही भारी भीड़ उमड़ी। गौर करने वाली बात यह है कि प्रशासन ने सब्जार के जनाजे में शामिल होने पर प्रतिबंध लगा रखा था फिर भी ऐसा हुआ। बुरहान वानी की मौत के बाद उसे अपना आदर्श मानने वाले कश्मीरी युवकों ने उसकी मौत के बाद काफी संख्या में आतंक का रास्ता अपनाया था। अब क्योंकि हिज्बुल मुजाहिद्दीन का कमांडर सब्जार बट भी मारा गया है, दक्षिणी कश्मीर उग्रवादियों की नर्सरी बनकर उभरा है।
घाटी में सक्रिय 282 में से 112 आतंकी दक्षिण कश्मीरी
जम्मू-कश्मीर पुलिस के रिकार्ड के मुताबिक घाटी में कुल 282 आंतकवादी सक्रिय हैं, जिनमें से 112 दक्षिणी कश्मीरी हैं। इसके अलावा, कई ऐसे भी हैं जिन्होंने खुद को उग्रवादियों से जुड़ने की बात सार्वजनिक नहीं की है। इस इलाके से हर हफ्ते किसी न किसी के “आंतकवाद” से जुड़ने की खबर आती रहती हैं। इन्हें मोटे तौर पर तीन वर्गों में बांटा जा सकता है। पहला – वे नौजवान जिन्होंने जेल से वापस आने के बाद हथियार उठा लिया।
दूसरा – साल 2008 में हुए उपद्रव के आरोप में जेल भेजे गए युवाओं ने वापस आने पर आंतक का रास्ता अपना लिया। तीसरा – वो युवक जो विश्व स्तर पर जिहाद में शामिल होने के लिए कश्मीर में सक्रिय हैं। पहले दोनों वर्गों का मकसद राजनीतिक है और ये “कश्मीर को पाकिस्तान का हिस्सा” बनाना चाहते हैं। तीसरे वर्ग में शामिल नौजवान की संख्या का सटीक अनुमान नहीं है।
रियाज नाइको होगा हिजबुल मुजाहिदीन का नया कमांडर
हिजबुल कमांडर सब्जार बट की मौत के एक दिन बाद ही 29 साल के रियाज नाइको को बट की जगह पर आतंकी संगठन ने अपना नया कमांडर नियुक्त कर दिया है। रियाज आतंकी संगठन से काफी समय से जुड़ा हुआ है। खबर के मुताबिक हिजबुल के कट्टर आतंकियों के बीच नाइको की पहचान अपेक्षाकृत उदारवादी विचार रखने वालों के रूप में है। रियाज एक टेक-सेवी आतंकी है।
रियाज ने घाटी में धर्मनिरपेक्ष संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए हथियार उठाया था। उसके विचार भी हाल ही में संगठन से वैचारिक विरोध का हवाला देकर अलग हुए जाकिर मूसा के विचारों से मेल खाते हैं। आपको बता दें कि, इससे पहले बुरहान वानी की जगह लेने वाले हिज्बुल मुजाहिद्दीन कमांडर जाकिर राशिद उर्फ मूसा ने हाल ही में हिज्बुल से नाता तोड़ा लिया है।