राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराणा ने भी गुजरात आकर आंदोलन को देशव्यापी बनाने का एलान किया है तो राजपूत समाज की महिलाओं ने जामनगर में बड़ी संख्या में रैली निकालकर कलक्टर को ज्ञापन सौंपा। केंद्रीय मंत्री रूपाला ने गत 22 मार्च को दलित समाज के एक सम्मेलन में कहा था कि भारत के राजे-रजवाड़ों ने मुगलों से मैत्री कर रोटी-बेटी का संबंध बनाया।
केंद्रीय मंत्री परशोत्तम रूपाला के खिलाफ राजपूत समाज की संस्थाओं के विरोध प्रदर्शन के बाद अब पाटीदार युवकों की संस्थाएं भी रूपाला के समर्थन में आ गई हैं। सरदार पटेल ग्रुप व सरदार पटेल सेवादल ने रूपाला को हर संभव मदद का एलान किया है। उधर, कांग्रेस के पूर्व विधायक ललित वसोया ने पाटीदार समाज से इस विवाद को दो समाज की लड़ाई न बनाने की अपील करते हुए कहा कि राजपूत समाज की नाराजगी भाजपा नेता के विरुद्ध है।
पाटीदार युवकों के दो प्रमुख संगठन सरदार पटेल ग्रुप (एसपीजी) तथा सरदार पटेल सेवादल ने केंद्रीय मंत्री रूपाला का समर्थन करते हुए कहा है कि पाटीदार समाज इस चुनाव में उनकी हरसंभव मदद करेगा। सौराष्ट्र एसपीजी के अध्यक्ष कल्पेश टांक व अन्य पदाधिकारियों ने इंटरनेट मीडिया पर भी पोस्ट जारी कर बताया कि रूपाला के बार-बार माफी मांगने के बावजूद राजपूत समाज उन्हें माफ करने को तैयार नहीं है। माफी के बाद कोई विवाद नहीं रहना चाहिए।
उधर, करणी सेना महिला मोर्चा की अध्यक्ष पद्मिनी बा वाला ने रूपाला की उम्मीदवारी खारिज न करने तक अन्न त्यागने का एलान किया है। इससे पहले करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज शेखावत ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया था।
करणी सेना का आंदोलन को देशव्यापी बनाने का एलान
राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराणा ने भी गुजरात आकर आंदोलन को देशव्यापी बनाने का एलान किया है तो राजपूत समाज की महिलाओं ने जामनगर में बड़ी संख्या में रैली निकालकर कलक्टर को ज्ञापन सौंपा। केंद्रीय मंत्री रूपाला ने गत 22 मार्च को दलित समाज के एक सम्मेलन में कहा था कि भारत के राजे-रजवाड़ों ने मुगलों से मैत्री कर रोटी-बेटी का संबंध बनाया। इस टिप्पणी से नाराज गुजरात के क्षत्रिय समाज के संगठन कई दिनों से आंदोलन कर रहे हैं।