यह कहानी जिनके घर में छोटे बच्चे हैं, उनके अभिभावकों को नसीहत देती है कि उन्हें घर पर कभी भी गहनों या रुपये के साथ अकेला न छोड़ें. हो सकता है कि वे उसे ढूंढ लें और यह भी हो सकता है कि वे उसको नुकसान पहुंचाएं या नष्ट कर दें. जैसा कि इस खबर में हुआ जिसे हम आपको बताने जा रहे हैं.
यह कहानी जिनके घर में छोटे बच्चे हैं, उनके अभिभावकों को नसीहत देती है कि उन्हें घर पर कभी भी गहनों या रुपये के साथ अकेला न छोड़ें. हो सकता है कि वे उसे ढूंढ लें और यह भी हो सकता है कि वे उसको नुकसान पहुंचाएं या नष्ट कर दें. जैसा कि इस खबर में हुआ जिसे हम आपको बताने जा रहे हैं.
पिता आनन-फानन में फटे-हुए नोटों को लेकर नजदीकी बैंक में पहुंचा और बैंक कर्मियों से उन्हें एक्सचेंज करने का अनुरोध किया लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया. गाव ने टेप लगाकर नोटों को जोड़ने की भी कोशिश की लेकिन कुछ तो तीन या चार टुकड़ों में थे जिससे उन्हें जोड़ना आसान नहीं थी. पिता ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “इसमें बच्चे का कोई दोष नहीं है. आखिरकार वह अभी बहुत नादान है.”