उज्जैन के जिलाधिकारी नीरज कुमार सिंह ने बताया गर्भगृह में भस्मआरती के दौरान आग भड़क उठई। सभी जख्मियों का इलाज कराया जा रहा है।
विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग श्री महाकालेश्वर में सोमवार सुबह भस्म आरती के दौरान गर्भगृह में आग लग गई। पुजारी सहित 13 लोग झुलस गए। आरती के दौरान गुलाल उड़ाने की वजह से आग भड़की।
मंदिर में उस समय हजारों श्रद्धालु मौजूद थे। सभी महाकाल के साथ होली मना रहे थे। घायल सेवक ने बताया कि आरती कर रहे पुजारी संजीव पर पीछे से किसी ने गुलाल डाल दिया। गुलाल दीपक पर गिरा। संभवतः गुलाल में केमिकल होने की वजह से आग भड़क गई। रंग – गुलाल से गर्भगृह की चांदी की दीवार को बचाने के लिए वहां फ्लैक्स लगाए गए थे। इनमें भी आग फैल गई। कुछ लोगों ने अग्निशामकों की मदद से आग पर काबू पाया। लेकिन, तब तक गर्भगृह में मौजूद आरती कर रहे संजीव पुजारी, विकास, मनोज, सेवाधारी आनंद कमल जोशी समेत 13 लोग झुलस गए।
कमेटी करेगी जांच
उज्जैन कलेक्टर नीरज सिंह ने बताया कि सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती किया गया है। कोई भी गंभीर नहीं है। सभी स्टेबल हैं। मामले की जांच के आदेश दिए हैं। एक कमेटी इसकी जांच करेगी।
पूजन-आरती के दौरान भभकी आग
महाकाल मंदिर के पुजारी आशीष गुरु ने कहा कि भस्म आरती के दौरान जब पूजन-आरती चल रही थी, तब आग भभक गई। बाबा की कृपा से कोई बड़ी घटना नहीं हुई है। महाकाल से प्रार्थना है कि सभी ठीक हो जाएं।
हादसे के समय मंदिर में था सीएम का बेटा
हादसे में समय मंदिर में हजारों लोग मौजूद थे, जो बाबा महाकाल के साथ होली खेल रहे थे। मप्र के मुख्यमंत्री मोहन यादव के बेटे वैभव यादव भी हादसे के समय मंदिर में ही थे। बाबा महाकाल की कृपा रही कि आग पर समय रहते काबू पा लिया गया, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था।