Meta के स्वामित्व वाले फेसबुक और इंस्टाग्राम पर अमेरिकन अथॉरिटीज जांच कर रही हैं। ये मामला कथित तौर पर अपने प्लेटफॉर्मों पर दवाओं के विज्ञापन और प्रचार से जुड़ा है। ऐसा मेटा के द्वारा कथित तौर पर मुनाफा कमाने के लिए किया गया था। इस पूरे मामले पर मेटा की तरफ से प्रतिक्रिया भी दी गई है। आइए इसके बारे में जानते हैं।
Meta के स्वामित्व वाले फेसबुक और इंस्टाग्राम को लेकर एक बड़ी जानकारी आई है। एक रिपोर्ट में कहा कि अमेरिकन अथॉरटीज मेटा के इन प्लेटफॉर्मों की जांच कर रहे हैं। कथित तौर पर ये मामला प्लेटफॉर्म्स पर अपना मुनाफा कमाने के चक्कर में दवाओं की बिक्री से जुड़ा है।
वर्जीनिया में आपराधिक ग्रैंड जूरी जांच के हिस्से के रूप में समन जारी कर रहे हैं और व्यक्तियों से पूछताछ की जा रही है। आइए जानते हैं कि ये पूरा मामला क्या है।
क्या है पूरा मामला?
एक रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल दिए गए समन में मेटा के प्लेटफार्मों पर दवाओं की अवैध बिक्री के मामले में इसको लेकर अनुरोध किया गया था। 2022 के दौरान टेलीहेल्थ के विज्ञापनों को दिखाने के लिए फेसबुक और इंस्टाग्राम ने खासा जोर दिया गया था। बताया गया है कि फुड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) जांच में सहायता कर रहा है। ध्यान रखने वाली बात है कि इस पूरी जानकारी पर कुछ भी फिलहाल स्पष्ट नहीं है।
Meta की आई प्रतिक्रिया
इस पर मेटा की तरफ से भी प्रतिक्रिया दी गई है। मेटा के प्रवक्ता ने कहा कि हमारे प्लेटफॉर्म अवैध दवाओं को बढ़ावा नहीं देते हैं। अवैध दवाओं की बिक्री हमारी पॉलिसी के खिलाफ है और हम इस कंटेंट को खोजने और अपनी सर्विस से हटाने के लिए काम करते हैं। अवैध दवाओं की बिक्री और बिक्री से निपटने के लिए जांच कंपनियों का सहयोग कर रहे हैं।
इसके अलावा मेटा कई कंपनियों के साथ मिलकर काम करती है। जिनका काम इलिगल दवाओं के प्रचार और बिक्री को रोकने में मेटा की मदद करना है। एक कंपनी लेगिटस्क्रिप्ट यह तय करने में मदद करती है कि कौन सी कंपनियां मेटा के प्लेटफॉर्म पर दवाओं का विज्ञापन और प्रचार कर सकती हैं।
इसके अतिरिक्त फेसबुक ने इस तरह के मामलों को चिन्हित करने के लिए अलबामा विश्वविद्यालय के साथ साझेदारी भी की है।