किसान आंदोलन में डटे पंजाब के एक और किसान की मौत हो गई है। अब तक छह किसान जान गंवा चुके हैं। मृतक किसान करनैल सिंह भारतीय किसान यूनियन क्रांतिकारी की अरनो खुर्द तहसील पातड़ां इकाई के महासचिव थे।
खनौरी बार्डर पर चल रहे आंदोलन में एक और किसान की मौत हो गई है। मृतक किसान की पहचान करनैल सिंह (62) के तौर पर हुई है। करनैल सिंह भारतीय किसान यूनियन क्रांतिकारी की अरनो खुर्द तहसील पातड़ां इकाई के महासचिव थे। वह 13 फरवरी से ही खनौरी बॉर्डर पर डटे थे।
किसान नेता कुलवंत सिंह शेरगढ़ ने बताया कि सोमवार को करनैल सिंह को सांस लेने में तकलीफ हुई। उन्होंने छाती में दर्द की भी शिकायत की। इसके बाद उन्हें पातड़ां के सरकारी अस्पताल में दाखिल कराया गया। जहां से उन्हें बाद में पटियाला के सरकारी राजिंदरा अस्पताल रेफर किया गया। हालांकि सोमवार रात को डॉक्टरों ने उनकी हालत में सुधार की बात कही थी लेकिन मंगलवार तड़के करीब तीन बजे किसान करनैल सिंह को दोबारा सांस लेने में तकलीफ हुई।
डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की कोशिश की लेकिन कुछ देर बाद उनकी मौत हो गई। गौरतलब है कि किसानी आंदोलन में अब तक छह किसानों की मौत हो गई है। इसमें 21 साल के शुभकरण भी शामिल हैं। राजिंदरा अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. एचएस रेखी ने बताया कि मौत के कारणों का पता करने के लिए पोस्टमार्टम किया जाएगा। किसानी आंदोलन में दिल के दौरे पड़ने से बठिंडा के दर्शन सिंह, पटियाला के किसान मनजीत सिंह व गुरदासपुर के ज्ञान सिंह की मौत हो चुकी है जबकि फिरोजपुर के गुरजंट सिंह सड़क हादसे में जान गंवा चुके हैं।