हिसार के खेड़ी चौपटा में किसानों के खनौरी बॉर्डर की ओर कूच करने के फैसले के बाद दोनों पक्षों में टकराव हो गया था। लेकिन किसान फिर से धरना स्थल पर लौट आए हैं। शाम 3 बजे बाद कमेटी अपना निर्णय धरना स्थल पर सुनाएगी।
हिसार के खेड़ी चौपटा में किसानों तथा पुलिस के टकराव के बाद किसान संगठनों ने शनिवार को दोबारा से धरना शुरु कर दिया है। किसान संगठनों ने किसान नेता सुरेश कौथ, विकास सीसर के नेतृत्व में धरना शुरु किया। धरने की आगे की रणनीति तथा खनौरी बॉर्डर की ओर कूच करने के बारे में कोर कमेटी फैसला लेगी। शाम 3 बजे बाद कमेटी अपना निर्णय धरना स्थल पर सुनाएगी। धरना स्थल से कुछ दूरी पर पुलिस ने अपने नाके लगाए हुए हैं। फिलहाल किसान आगे बढ़ने का प्रयास नहीं कर रहे।
बता दें शुक्रवार को खेड़ी चौपटा में किसानों के खनौरी बॉर्डर की ओर कूच करने के फैसले के बाद दोनों पक्षों में टकराव हो गया था। चौपटा के पक्के मोर्चे पर किसानों ने दोपहर 2 बजे आगे बढ़ने का प्रयास किया तो पुलिस ने रोक लिया। पुलिस ने सड़क पर दोनों ओर बेरिकेड्स लगाए हुए थे। मौके पर गाड़ियां भी अड़ा दी गई। किसान कच्चे रास्तों की ओर से निकलने लगे ताे पुलिस ने वहां भी रोकने का प्रयास किया। पुलिस तथा किसानों के बीच काफी देर तक बहस हुई।
इस बीच पुलिस ने लाठीचार्ज किया तो किसानों ने भी पुलिस पर पथराव किया।जिसके बाद पुलिस पीछे हट गई। पुलिसकर्मी मौके से दौड़ते हुए दिखाई दिए। कुछ देर बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी दागे। बाद में पुलिस कर्मियों ने भी किसानों पर पथराव करना शुरू कर दिया। शाम करीब पांच बजे हांसी के एसपी मकसूद अहमद मौके पर पहुंचे। डीएसपी रविंद्र सांगवान, डीएसपी राज सिंह, नारनौंद एसएचओ चंद्रभान के अलावा करीब 20 से अधिक किसानों को चोट आई। पुलिस ने सुरेश कौथ सहित कुछ किसान नेताओं को हिरासत में ले लिया था।
बवाल को लेकर देर रात को पुलिस की तरफ से अपना पक्ष जारी किया गया। पुलिस अधीक्षक मकसूद अहमद ने बताया कि किसान संगठनों द्वारा दिल्ली कूच को लेकर खेड़ी चोपटा में अनिश्चितकालीन धरना दिया जा रहा था। पुलिस प्रशासन द्वारा इन्हें बार-बार शांतिपूर्वक तरीके से समझाने का प्रयास किया। किसान प्रशासन के आदेशों की अवहेलना करते हुए खनौरी बॉर्डर की और कूच करने लगे।किसान उग्र होकर पुलिस प्रशासन को तीन तरफ से घेरकर पथराव कर दिया। अपने बचाव में पुलिस प्रशासन द्वारा हल्के पुलिस बल का प्रयोग किया गया। किसानों के पथराव से 3 पुलिस कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हुए व 21 अधिकारी व कर्मचारी को चोटें आई।