अलीगढ़ एयरपोर्ट 2 मार्च से शुरू हो जाएगा। पहले अलीगढ़ से लखनऊ के लिए विमान सेवा होगी, उसके बाद आजमगढ़, मुरादाबाद, चित्रकूट व श्रावस्ती के लिए विमान मिलेंगे। अलीगढ़ से लखनऊ का किराया 2500 से 3000 रुपये के बीच में होने का अनुमान है। शुरूआत में सप्ताह में तीन दिन एक 19 सीटर विमान लखनऊ के लिए उड़ान भरेगा।
अलीगढ़ एयरपोर्ट चालू होने का आठ साल लंबा इंतजार खत्म हो रहा है। एयरपोर्ट से दो मार्च को उड़ान सेवा शुरू हो जाएगी। जिसकी शुरुआत अलीगढ़ से लखनऊ विमान सेवा के साथ होगी। पहले चरण में अलीगढ़ से आजमगढ़, मुरादाबाद, चित्रकूट व श्रावस्ती समेत पांच शहरों के लिए विमान सेवा मिलेगी। दूसरे चरण में यहां से बड़े विमानों की आवाजाही होगी।
अलीगढ़ एयरपोर्ट का शुभारंभ भव्य होगा। इसमें सांसद, विधायक, एमएलसी समेत कई जनप्रतिनिधि, पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी शामिल होंगे। योजना के तहत मुख्य समारोह आजमगढ़ में होगा। अलीगढ़ में उद्घाटन समारोह की प्रशासनिक तैयारियां शुरू हो गई हैं। 23 फरवरी को एडीएम सिटी अमित कुमार भट्ट ने एयरपोर्ट पहुंचकर विमानिक संचार प्रभारी अधिकारी एसएस अग्रवाल से शुभारंभ की तैयारियों पर मंथन किया। उद्घाटन समारोह मुख्य द्वार के पास पार्क में होगा।
एयरपोर्ट की स्थिति
- वर्ष 2015 में शुरू हुआ काम
- तीन साल में पूरा हुआ भूमि अधिग्रहण
- वर्ष 2018 में शुरू हुआ निर्माण-कार्य
- 110 करोड़ रुपये से अधिक हुए खर्च
- 19 व 90 सीटर विमान के साथ ही एयरबस-320 एवं बोइंग-737 जैसे विमान भी उतर सकेंगे
- जेवर एयरपोर्ट के लिए भी आसानी से भरी जा सकेगी उड़ान
सप्ताह में तीन दिन उड़ान, तीन हजार से कम होगा किराया
अलीगढ़ एयरपोर्ट पर फ्लाई बिग कंपनी के प्रतिनिधियों एवं कर्मचारियों ने व्यवस्थाओं को संभाल लिया है। अलीगढ़ से लखनऊ का किराया 2500 से 3000 रुपये के बीच में होने का अनुमान है। शुरूआत में सप्ताह में तीन दिन एक 19 सीटर विमान लखनऊ के लिए उड़ान भरेगा। यात्रियों की संख्या बढ़ने पर रोजाना उड़ान होगी।
एयरबस-320 एवं बोइंग-737 भी उड़ान भरेंगे
अलीगढ़ से दूसरे शहरों की विमान सेवा शुरू होने का सबसे बड़ा लाभ कारोबारियों को मिलेगा। वे कुछ समय में ही बड़े शहरों का सफर तय कर सकेंगे। अभी तक हवाई यात्रा के लिए व्यापारियों को दिल्ली, आगरा, लखनऊ तक की दौड़ लगानी पड़ती थी। यहां से जेवर एयरपोर्ट के लिए भी सेवाएं मिलेंगी। विस्तारीकरण के बाद एयरपोर्ट पर एयरबस-320 एवं बोइंग-737 जैसे सबसे बड़े विमान भी उतर सकेंगे। दूसरे चरण में यहां से 90 सीटर विमानों के जरिये दूसरे शहरों के लिए उड़ान सेवा शुरू की जानी है।
पांच किमी लंबा रनवे बन रहा
इस एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय मानक से तैयार किया जा रहा है। जिसके लिए पांच किमी लंबा रनवे बन रहा है। इसके लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ने 675 एकड़ भूमि की मांग की है। जिसमें करीब 300 एकड़ भूमि का अधिग्रहण हो चुका है, 376 एकड़ भूमि का अधिग्रहण जारी है।
फ्लाईबिग देगी विमान सेवा
नए साल के पहले ही दिन 19 सीटर विमान संचालन के लिए नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के स्तर से लाइसेंस जारी किया गया था। शासन स्तर पर उड़ान सेवा देने के लिए निजी कंपनी फ्लाईबिग से अनुबंध किया गया है। पहले चरण में अलीगढ़ से लखनऊ तक विमान संचालन होगा।
वर्ष 2015 से शुरू हुआ था काम
रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत अलीगढ़ एयरपोर्ट का निर्माण कार्य वर्ष 2015 में शुरू हुआ था। करीब आठ साल तक भूमि अधिग्रहण से लेकर निर्माण कार्य चला। प्रदेश सरकार की कैबिनेट ने अलीगढ़ समेत प्रदेश के पांच जिलों में एयरपोर्ट संचालन की जिम्मेदारी विमानपत्तन प्राधिकरण को दी थी।
110 करोड़ से तैयार हुआ अलीगढ़ एयरपोर्ट
केंद्र सरकार की उड़ान योजना के तहत अलीगढ़ एयरपोर्ट को करीब 110 करोड़ रुपये से तैयार किया गया है। इस लागत में भूमि अधिग्रहण के साथ ही निर्माण कार्य भी शामिल है। करीब डेढ़ साल पहले इसका निर्माण पूरा कर लिया गया। इसके बाद सरकार की ओर से डीजीसीए में लाइसेंस आवेदन किया गया। डीजीसीए ने पहली जनवरी 2024 को लाइसेंस जारी कर दिया।
पहले चरण में दो मार्च से लखनऊ के लिए उड़ान शुरू होगी। 19 सीटर विमान हर रोज लखनऊ आया-जाया करेंगे। शासन से इसकी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। किराए को लेकर उड्यन मंत्रालय व एयरलाइंस ही निर्णय लेती है। उड़ान का समय स्लॉट की उपलब्धता पर निर्भर करेगा। एयरलाइंस के स्तर से उड़ान का समय जल्द ही तय किया जाना अपेक्षित है।-एसएस अग्रवाल, विमानिक संचार प्रभारी अधिकारी।