किसान आंदोलन के समर्थन में पानीपत के किसानों ने शंभू बॉर्डर का एलान किया है। करीब दो हजार किसान 350-400 कार व जीपों में सवार होकर शंभू बॉर्डर पहुंचेंगे। इसके बाद पानीपत से हजारों ट्रैक्टरों पर सवार होकर किसान दिल्ली की ओर कूच करेंगे।
अब भारतीय किसान यूनियन ने शंभू बॉर्डर पर कूच का दावा किया है। भाकियू की जिला कार्यकारिणी पिछले कई दिनों ने गांव गांव घूमकर किसानों को शंभू बॉर्डर पर पहुंचने का न्योता दे रही थी। भाकियू के नेताओं ने मंगलवार को बांध, बुआना लाखू गांव , शाहपुर, कैथ, ढोढ़पुर गांव का दौरा किया और कई जगह बड़ी जनसभाएं कर किसानों को शंभू बॉर्डर कूच करने की अपील की। पानीपत के किसान बुधवार सुबह नौ बजे किसान भवन में एकत्रित होंगे। यहां से करीब दो हजार किसान 350-400 कार व जीपों में सवार होकर शंभू बॉर्डर पहुंचेंगे। इसके बाद पानीपत से हजारों ट्रैक्टरों पर सवार होकर किसान दिल्ली की ओर कूच करेंगे।
वहीं दूसरी और पानीपत पुलिस ने किसानों के दिल्ली कूच को देखते हुए चंडीगढ़ जाने वाले वाहनों को पानीपत से डायवर्ट कर दिया। दिल्ली की ओर से आने वाले भारी वाहनों को सिवाह गांव के पास से यमुना एक्सप्रेस वे पर भेजा जा रहा है। इन वाहनों को शामली, मुजफ्फरनगर, यमुनानगर से होते हुए चंडीगढ़ के लिए निकाला जा रहा है। ऐसे में यहां जाम की स्थिति भी बनी हुई है। भारतीय किसान यूनियन गांवों में जाकर किसानों को शंभू बॉर्डर पर कूच करने की अपील के साथ आंदोलन को गति देने के लिए रणनीति तैयार कर रही है। पुलिस का गुप्तचर विभाग भी किसानों की सभाओं पर नजर रख रहा है। एसपी भी इस मामले में सभी विंगों से अपडेट भी ले रहे हैं। गुप्तचर विभाग की ओर से रेलवे को भी किसानों के कूच को लेकर अलर्ट किया जा रहा है।
उद्यमियों को करोड़ों के नुकसान की आशंका
जानकारी के अनुसार किसान आंदोलन के कारण टेक्सटाइल नगरी को काफी घाटा हो रहा है। उद्यमियों को करोड़ों रुपये के नुकसान की आशंका है। पानीपत के उद्यमियों के मुख्य निर्यातक दिल्ली बैठते हैं। यहां से उनके पास माल भेजा जाता है। अब 13 फरवरी से ही दिल्ली के कुंडली व टिकरी बॉर्डर को सील कर दिया गया है। ऐसे में उद्यमियों को दिल्ली माल भेजने में काफी परेशानी हो रही है। समय पर माल नहीं पहुंच पा रहा है। ऐसे में पानीपत के उद्यमियों से बायर भी नाराज हो रहे हैं। उद्यमियों को करोड़ों रुपये का नुकसान होने की आशंका है। ट्रांसपोर्टर भी जल्द भाड़ा बढ़ाने की बात कह रहे हैं, इससे भी उद्यमी चिंतित है।
बसें भी शहर के अंदर से आईं
जीटी रोड पर रोहतक बाईपास फ्लाई के नीचे बैरिकेड्स लगाने के कारण चंडीगढ़ जाने वाली बसें मंगलवार को शहर के अंदर से चलाई गईं। वहीं पर जींद की ओर से आने वाली सभी बसें भी शहर के अंदर से आई। सवारियां शहर में पुराने बस अड्डे पर उतारी और चढ़ाई गई। भारी वाहनों के चलते छोटे वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा और वे भी लोडिंग वाहनों के काफिले के कारण जाम में फंस गए। जीटी रोड से रोहतक बाईपास की ओर रूट डायवर्ट करने के चलते सिवाह फ्लाई ओवर के ऊपर वाहन भी चढ़ नहीं पाए और उन्हें शहर के अंदर से जाना पड़ा।
अगर पुलिस ने नाका लगाया तो तोड़ देंगे : रावल
सुबह जिले के किसान किसान भवन में एकत्रित होंगे। यहां से सर छोटू राम की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करने के बाद सैकड़ों कारों व जीपों में किसान शंभू बॉर्डर की ओर रवाना होंगे। अगर पुलिस ने नाका लगाकर उन्हें रोकने की कोशिश की तो वो हर नाके को तोड़ देंगे। इसके बाद जिले से हजारों किसान ट्रैक्टर में सवार होकर दिल्ली की ओर कूच करेंगे। सरकार की किसानों के कूच रोकने की कोशिश को कामयाब नहीं होने देंगे। -सूरजभान रावल, प्रधान भारतीय किसान यूनियन।