रेवाड़ी में संबोधन की शुरुआत पीएम नरेंद्र मोदी ने राम-राम से की। उन्होंने अपने 35 मिनट के संबोधन में 8 बार राम का जिक्र किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भले ही हरियाणा को विकास की सौगात देने रेवाड़ी आए थे, लेकिन अपने संबोधन में उन्होंने लोकसभा चुनाव का एजेंडा स्पष्ट कर दिया। महज 35 मिनट के संबोधन में 8 बार राम, मंदिर और अयोध्या का नाम लेकर उन्होंने भाजपा के चुनाव प्रचार की दिशा साफ कर दी। रैली में मौजूद भीड़ ने भी नारे लगाकर उनके मुद्दे पर मानो मुहर लगा दी।
रेवाड़ी एम्स समेत अन्य प्रोजेक्ट के शिलापट्ट का रिमोट से अनावरण करने के बाद शुक्रवार को लोगों के हुजूम को संबोधित करने की शुरुआत मोदी ने राम-राम के साथ की। इसके बाद उन्होंने रेवाड़ी में 2013 में हुई अपनी पहली रैली का जिक्र करते हुए अयोध्या में भव्य राम मंदिर के बनने और प्राण प्रतिष्ठा तक का जिक्र किया।
मंदिर निर्माण का श्रेय उन्होंने रेवाड़ी से तब मिली ताकत की बदौलत भाजपा को 272 लोकसभा सीटें मिलने का दिया। उनके संबोधन में रामलला, प्रभु श्रीराम और राम मंदिर बार-बार आते रहे।
रेवाड़ी शुभंकर, 18 बार लिया मोदी ने नाम
दक्षिण हरियाणा का जिला रेवाड़ी नरेंद्र मोदी के लिए शुभंकर की तरह है, इसीलिए 2013, 2019 और अब 2024 में लोकसभा चुनाव के प्रचार का बिगुल उन्होंने यहीं से फूंका। मोदी ने शुक्रवार को आधे घंटे से कुछ ज्यादा देर चले अपने संबोधन में 18 बार रेवाड़ी का नाम लिया। इसे वीरों की भूमि और हरियाणा के विकास का पहिया तक करार दिया। उन्होंने इशारे में रेवाड़ी की पानी की समस्या का जिक्र भी कर दिया। इससे लोगों को आगामी समय में समस्या के समाधान की आस बंधी है।
कांग्रेस को कोसने में कसर नहीं छोड़ी, 18 बार नाम आया
रेवाड़ी में प्रधानमंत्री का भाषण आगामी चुनाव में उठने वाले हर मुद्दे को उठा गया। इसीलिए, एक ओर जहां मोदी ने जी-20 की बैठक और वीरवार को संपन्न हुई अपनी दो दिनी विदेश यात्रा की सफलता का उल्लेख किया तो दूसरी तरफ मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस को कोसने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने राम मंदिर बनाने, अनुच्छेद 370 हटाने और विकास में व्यवधान डालने के लिए कांग्रेस को जमकर कोसा। उन्होंने अपने संबोधन में कांग्रेस का 18 बार नाम लिया। हालांकि, इस दौरान कांग्रेस के किसी नेता का उन्होंने नाम नहीं लिया।