बहुत ही टेस्टी होता है। वैस तो इसे ज्यादातर डिपिंग सॉस के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है लेकिन आप इसे सैलेड चपाती चावल फ्राइड फूड्स टाकोज़ के साथ भी सर्व कर सकते हैं। स्वाद में जबरदस्त होने के साथ ही मस्टर्ड सॉस सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद होता है। आइए जानते हैं कुछ ऐसे ही फायदों के साथ इसे बनाने का तरीका।
मस्टर्ड सॉस का इस्तेमाल ज्यादातर डिपिंग और ड्रेसिंग के तौर पर किया जाता है। इसकी थोड़ी सी ही मात्रा डिश का जायका बढ़ा देती है। कॉन्टिनेंटल फूड में इसका और भी ज्यादा इस्तेमाल होता है। सरसों के छोटे-छोटे दानों में आयरन, कैल्शियम, विटामिन, पोटैशियम जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसमें मौजूद मैग्नीशियम और सेलेनियम सेहत संबंधी कई समस्याओं से दूर रखते हैं खासतौर से हार्ट से जुड़ी बीमारियों से। बाजार में आपको आसानी से मस्टर्ड सॉस मिल जाएंगे, लेकिन ये लंबे समय तक चलें साथ ही स्वाद में इजाफे के लिए इसमें प्रिजर्वेटिव्स भी मिलाए जाते हैं, तो अगर आप घर में इस सॉस का आनंद उठाना चाहते हैं, तो ये रही इसकी रेसिपी। बहुत ही कम चीज़ों और समय में तैयार कर सकते हैं आप इस सॉस को।
मस्टर्ड सॉस बनाने की रेसिपी
सामग्री– 2 चम्मच- पीली सरसों के दाने, 2 चम्मच- काली सरसों के दाने, 1/4 चम्मच- दालचीनी पाउडर, 1 चम्मच- शहद, 2 चम्मच- सिरका, 1/4 चम्मच- हल्दी, 1/4 चम्मच- देगी मिर्च, नमक स्वादानुसार
मस्टर्ड सॉस की विधि
– इस सॉस को बनाने के लिए पीली और काली दोनों तरह की सरसों का इस्तेमाल होता है। बारी- बारी से दोनों सरसों को पीस लें। दोनों को एक बाउल में निकाल लें।
– मिक्सर जार में पिसे सरसों के पाउडर लें। इसमें हल्दी, नमक, मिर्च पाउडर के साथ अदरक के 3 से 4 टुकड़े भी डालें। सारी चीज़ों को अच्छी तरह पीस लें।
– अब इस पाउडर में सिरका डालकर एक बार फिर पीस लें। ध्यान रहे सॉस गाढ़ा होना चाहिए न कि बहुत ज्यादा लिक्विड।
– पेस्ट ज्यादा गाढ़ा हो, तो इसमें आवश्यकतानुसार पानी मिला लें।
– सॉस को एक बाउल में निकाल लें, क्योंकि सरसों का स्वाद तीखा होता है, तो इससे स्वाद आपका अच्छा न लगे।
– इसके लिए इसमें शहद मिलाएं। स्वादानुसार इसमें शहद और नमक मिला लें।
– डिप, ड्रेसिंग जैसे चाहे वैसे इस्तेमाल करें।
मस्टर्ड सॉस के फायदे
– सरसों के बीज एंटी इंफ्लामेट्री गुणों से भरपूर होते हैं, जिससे ये स्किन से जुड़ी समस्याएं दूर करते हैं।
– इनके छोटे-छोटे बीजोें में कई सारे एंटीऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं, जो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के साथ ही टाइप-2 डायबिटीज और हार्ट प्रॉब्लम्स को दूर रखते हैं।