भारत बंद में सड़कों पर आम पब्लिक व प्राइवेट ट्रांसपोर्ट नहीं चलेगा। केवल एंबुलेंस, मृत्यु, विवाह, मेडिकल दुकानें, अखबारों की सप्लाई, बोर्ड परीक्षाएं, हवाई अड्डों तक यात्रा की इमरजेंसी सेवाएं खुली रहेंगी। दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक विशाल चक्का जाम/रास्ता रोको में किसान मजदूर व अन्य वर्ग हिस्सा लेंगे। तहसील व जिला केंद्रों पर विशाल प्रदर्शन, रैलियां और सार्वजनिक बैठकें की जाएंगी।
संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से आज भारत बंद की कॉल दी गई है। इस बंद का पंजाब में मिला जुला असर रहा। खन्ना में भारत बंद का कोई असर नहीं दिखा रोजाना की तरह दुकानें और सब्जी मंडी भी खुली। वहीं मुक्तसर में मुकम्मल बंद रहा। अबोहर में बंद के कारण बस अड्डे से कोई भी बस रवाना नहीं हुई।
खन्ना के बाजार सुभाष बाजार, किताब मार्केट, लालहेड़ी रोड मार्केट, समराला रोड मार्केट, रेलवे रोड मार्केट, हाईवे पर बनी मार्केट और अमलोह रोड पर बनी बड़ी सब्जी मंडी पहले की तरह खुली। हालांकि लोगों का कहना है कि किसान अपनी फसल की वृद्धि को लेकर संघर्ष कर रहे हैं, हम उनके साथ है। लोकतंत्र में सभी को अपनी मांग रखने का अधिकार है और उन्हें यह अधिकार मिलना भी चाहिए। भारत बंद के कारण बच्चे पेपर देने के लिए घर से एक घंटा पहले निकले।
मोर्चा ने लोगों से अपील की थी कि कॉरपोरेट लूट खत्म करने, खेती को बचाने और भारत को बचाने के लिए किसानों के संघर्ष को सफल बनाते हुए भारत बंद को समर्थन दें। सुबह 6 से शुरू हुआ बंद शाम 4 बजे तक चलेगा। इस दौरान खेतीबाड़ी की सभी गतिविधियां, मनरेगा कार्य और ग्रामीण कामकाज बंद रहेंगे। कोई भी किसान, खेत मजदूर या ग्रामीण मजदूर काम पर नहीं जाएगा।