शरीर के सभी फंक्शन सुचारू रूप से काम करते रहें इसके लिए बॉडी को पर्याप्त मात्रा में इलेक्ट्रोलाइट्स की जरूरत होती है। इनकी कमी हमारे शरीर को कई तरीकों से प्रभावित कर सकती है। इलेक्ट्रोलाइट्स खून में मौजूद मिनरल्स और बॉडी फ्लूइड को कहा जाता है। शरीर के कई सारे कार्यों जैसे- ब्लड का पीएच लेवल, ब्लड सर्कुलेशन और मसल्स फंक्शन के लिए कुछ खास तरह के खनिजों की आवश्यकता होती है। सोडियम, पोटैशियम, क्लोराइड, मैग्नीशियम, फॉस्फेट, कैल्शियम जैसे तत्व इलेक्ट्रोलाइट्स को बैलेंस रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इनकी कमी से सुस्ती, सिरदर्द और भी कई समस्याएं देखने को मिल सकती हैं। आज के लेख में हम इसी के बारे में जानेंगे।
इलेक्ट्रोलाइट की कमी के संकेत
सिरदर्द
सिर दर्द यूं ही नहीं होता। नींद पूरी न होने, बहुत ज्यादा धूप के एक्सपोजर, तबियत खराब होने पर सबसे पहले सिरदर्द ही होता है, लेकिन ये इलेक्ट्रोलाइट इंबैलेंस की ओर भी इशारा करता है। मतलब जब शरीर में सोडियम और पोटैशियम की मात्रा बिगड़ जाती है, तो इससे बॉडी में फ्लूइड बैलेंस प्रभाविव होता है, जिसका सीधा असर ब्लड सर्कुलेशन पर पड़ता है। इससे सिरदर्द की समस्या हो सकती है।
क्रैंप्स आना
अगर आपको अक्सर ही क्रैंप्स की समस्या होती रहती है, तो समझ जाएं कि शरीर में कुछ जरूरी मिनरल्स की कमी हो रही है। इलेक्ट्रोलाइट की कमी से मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं।
पेट खराब होना
यदि आप अकसर ही गैस, ब्लोटिंग, एसिडिटी जैसी समस्याओं से परेशान रहते हैं, तो ये भी इलेक्ट्रोलाइट की कमी का संकेत हो सकते हैं। हल्की-फुल्की एक्टिविटी के बाद बहुत ज्यादा थकान होना भी इलेक्ट्रोलाइट कमी की ओर इशारा है।
अनियमित दिल की धड़कन
इलेक्ट्रोलाइट की कमी से दिल की धड़कन भी अनियमित होती रहती है। हार्ट को हेल्दी रखने के लिए पोटैशियम, सोडियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम बहुत ही जरूरी माने जाते हैं और इससे ब्लड सर्कुलेशन भी सुधरता है। हार्ट से जुड़ी बीमारियों से बचे रहने के लिए इलेेक्ट्रोलाइट को बैलेंस करके रखना जरूरी है।