इस अवसर पर राष्ट्रपति और सशस्त्र बलों की सर्वोच्च कमांडर द्रौपदी मुर्मु, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत अन्य केंद्रीय मंत्री, वरिष्ठ अधिकारी तथा आम जनता मौजूद रहेगी।
रायसीना पहाड़ियों में स्थित ऐतिहासिक विजय चौक सोमवार को ‘बीटिंग रिट्रीट’ समारोह में सभी भारतीय धुनों का साझी बनेगा। बीटिंग रिट्रीट कार्यक्रम गणतंत्र दिवस समारोह के समापन का प्रतीक है।
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि थल सेना, नौसेना, वायुसेना और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के संगीत बैंड देश के प्रतिष्ठित दर्शकों के समक्ष 31 मनमोहक और थिरकने वाली भारतीय धुनें बजाएंगे। इस अवसर पर राष्ट्रपति और सशस्त्र बलों की सर्वोच्च कमांडर द्रौपदी मुर्मु, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत अन्य केंद्रीय मंत्री, वरिष्ठ अधिकारी तथा आम जनता मौजूद रहेगी।
बीटिंग रिट्रीट समारोह की शुरुआत सामूहिक बैंड ‘शंखनाद’ धुन के साथ करेगी। इसके बाद पाइप्स और ड्रम बैंड के माध्यम से वीर भारत, संगम दूर, देशों का सरताज भारत, भागीरथी और अर्जुन जैसी मनमोहक धुनें पेश की जाएंगी। सीएपीएफ बैंड भारत के जवान और विजय भारत का संगीत बजाएंगे। बीटिंग रिट्रीट कार्यक्रम का समापन लोकप्रिय धुन सारे जहां से अच्छा के साथ होगा। एजेंसी
‘सारे जहां से अच्छा’ की धुन से होगा समापन
सीएपीएफ बैंड भारत के जवान और विजय भारत का संगीत बजाएंगे। टाइगर हिल, रिजॉइस इन रायसीना और स्वदेशी वायुसेना के बैंड की ओर से बजाई जाने वाली धुनों में शामिल हैं। इसके बाद दर्शक नौसेना बैंड को आईएनएस विक्रांत, मिशन चंद्रयान, जय भारती और हम तैयार हैं समेत कई अन्य धुनें बजाते हुए देख कर आनंदित होंगे। इसके बाद थल सेना का बैंड आएगा, जो फौलाद का जिगर, अग्निवीर, करगिल 1999 और ताकत वतन समेत अन्य संगीतमय प्रस्तुति पेश करेगा। इसके बाद सामूहिक बैंड कदम-कदम बढ़ाए जा, ऐ मेरे वतन के लोगों और ड्रमर्स कॉल की धुनें बजाएंगे। बीटिंग रिट्रीट कार्यक्रम का समापन लोकप्रिय धुन सारे जहां से अच्छा के साथ होगा।
मुख्य संचालक होंगे लेफ्टिनेंट कर्नल विमल जोशी
मंत्रालय के बयान के अनुसार, मुख्य संचालक लेफ्टिनेंट कर्नल विमल जोशी समारोह का संचालन करेंगे। इसके अलावा आर्मी बैंड के कंडक्टर सूबेदार मेजर मोती लाल होंगे। एमसीपीओ एमयूएस द्वितीय एम एंटनी और वारंट ऑफिसर अशोक क्रमशः नौसेना तथा वायुसेना के संचालक होंगे। कांस्टेबल जीडी रानीदेवी सीएपीएफ बैंड की संचालिका होंगी। बिगुल बजाने वाले सैन्य कलाकार नायब सूबेदार उमेश के नेतृत्व में प्रदर्शन करेंगे और सूबेदार मेजर राजेंद्र के निर्देश के अनुसार पाइप्स तथा ड्रम बैंड पर प्रस्तुति दी जाएगी।