सीमा सुरक्षा बल ने मानवीय आधार पर एक पाकिस्तानी नागरिक को रिहा किया है। पूछताछ में उसके पास से कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। इसके बाद बीएसएफ और पाकिस्तान रेंजर्स के बीच फ्लैग मीटिंग हुई। इसमें बीएसएफ अधिकारियों ने बार-बार भारतीय क्षेत्र में पाकिस्तानी नागरिकों के दाखिल होने पर आपत्ति जताई।
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने बुधवार देर शाम अमृतसर सीमा पर पाकिस्तान रेंजर्स को एक पाकिस्तानी नागरिक सौंपा। बीएसएफ ने इस नागरिक को 22 जनवरी को भारतीय क्षेत्र में घुसने पर काबू किया था। प्राथमिक पूछताछ पर उसके पास से कुछ संदिग्ध सामान नहीं मिला।
अधिकारियों को पता चला कि वह गलती से सीमा पार करने के बाद भारतीय क्षेत्र में पहुंच गया था। बीएसएफ अधिकारियों ने 23 जनवरी की शाम करीब पौने छह बजे पाकिस्तान रेंजर्स के साथ फ्लैग बैठक की और इसकी जानकारी साझा कर विरोध जताया।
बीएसएफ के प्रवक्ता के मुताबिक बीएसएफ की एक टुकड़ी 22 जनवरी 2024 को सीमांत गांव कक्कड़ के पास गश्त कर रही थी। इस दौरान टुकड़ी ने सीमा पर बाड़ के पास एक संदिग्ध युवक को देखा तो उसे काबू कर लिया। पूछताछ के दौरान उसके पाकिस्तान के नागरिक होने की बात सामने आई। तलाशी में उसके कब्जे से कोई भी आपत्तिजनक सामान नहीं मिला। अधिकारियों ने तुरंत इसकी जानकारी फ्रंटिअर हेडक्वार्टर (जालंधर) के माध्यम से गृह मंत्रालय को दी।
इसके बाद बीएसएफ अधिकारियों ने पाकिस्तान रेंजर्स के साथ फ्लैग मीटिंग की और उन्हें इस पाकिस्तानी नागरिक के भारतीय क्षेत्र में पहुंचने की जानकारी दी और विरोध जताया। इसके बाद नागरिक के बारे में मिली जानकारी को पाकिस्तान रेंजर्स ने सत्यापित किया। पाकिस्तान नागरिक निकलने पर बीएसएफ अधिकारियों ने मानवीय आधार पर उसे देर रात पाकिस्तान रेंजर्स को सौंप दिया।