शहीद सिपाही गुरप्रीत सिंह के परिवार में उनकी मां केवल लखविंदर कौर हैं। भारतीय सेना की चिनार कोर ने जवान की शहादत पर दुख जताया। सेना की तरफ से कहा गया कि दुख की इस घड़ी में, भारतीय सेना शोक संतप्त परिवार के साथ एकजुटता से खड़ी है और उनकी भलाई के लिए प्रतिबद्ध है।
गुरदासपुर का एक जवान ने वतन के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया है। 24 वर्षीय गुरप्रीत सिंह ब्लॉक काहनूवान में पड़ते गांव भैणी खादर के रहने वाले थे।
सिपाही गुरप्रीत सिंह इस समय 18 राष्ट्रीय राइफल्स में जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग सेक्टर में तैनात थे। वह ड्यूटी के दौरान बर्फीली पहाड़ियों पर अपने साथियों के साथ गश्त कर रहे थे। इसी दौरान उनका पांव पहाड़ी से फिसल गया और गहरी खाई में गिरने से उनकी मौत हो गई। बलिदानी का अंतिम संस्कार 13 जनवरी को सुबह गांव भैणी खादर में सैन्य सम्मान से होगा। इस खबर से पूरे गांव में मातम पसर गया है। परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है।
उनके परिवार में उनकी मां केवल लखविंदर कौर हैं। भारतीय सेना की चिनार कोर ने जवान की शहादत पर दुख जताया। सेना की तरफ से कहा गया कि दुख की इस घड़ी में, भारतीय सेना शोक संतप्त परिवार के साथ एकजुटता से खड़ी है और उनकी भलाई के लिए प्रतिबद्ध है।