अयोध्या की जन्मभूमि पर रामलला के नव विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा का उत्सव काशी प्रांत के 20 हजार गांवों में एक साथ दिखाया जाएगा। इसके लिए व्यापक तैयारियां की गई हैं। इन गावों में एक-एक मंदिरों को चिह्नित कर लिया गया है। उन मंदिरों पर एलईडी स्क्रीन लगाई जाएंगी। वहां उत्सव के बाद भंडारा भी होगा और शाम को दीपदान कर दीपावली मनाई जाएगी।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पांच जिलों महानगर उत्तर भाग, दक्षिण भाग, गंगापार, यमुनापार के अलावा प्रयाग नैनी जिला में श्रीराम जन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा गृह संपर्क अभियान के लिए गठित समिति के पदाधिकारियों ने घर-घर पूजित अक्षत पहुंचाने और प्राण-प्रतिष्ठा का निमंत्रण भेजने के लिए नगर प्रचारकों की जिम्मेदारी तय कर दी गई है।
नैनी जिला की समिति के संरक्षक जिला संचालक दशरथ, जिला प्रचारक अतुल, जिला कार्यवाह राजेश के अलावा समिति के संयोजक वीरेंद्र को इस अभियान की समीक्षा की जिम्मेदारी दी गई है। प्रयाग नैनी जिले के 10 नगरों क्रमशः मानस नगर, विश्वकर्मा नगर, सोमेश्वर नगर, राघवेंद्र नगर, रामपुर नगर, औद्योगिक नगर, सुदर्शन नगर, राजर्षि नगर, यमुनानगर एवं सुजावन देव नगर के नगर संघ चालकों के नेतृत्व में गृह संपर्क अभियान समिति गठित की गई है।
घर-घर आमंत्रण पत्र देने की जिम्मेदारी
इन नगरों के नगर कार्यवाह के साथ गृह संपर्क अभियान समिति के संयोजकों को श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या में पूजित अक्षत को कलश में रखकर जन्मभूमि के पवित्र चित्र के साथ अयोध्या दर्शन के लिए आमंत्रण पत्र देने की जिम्मेदारी दी गई है। यह तीनों सामग्री जिले के प्रत्येक हिंदू परिवार को दी जा रही है। नैनी जिला को 81 बस्तियों में विभाजित किया गया है। इन बस्तियों को 405 उप बस्तियों में विभाजित किया गया है। अक्षत वितरण के लिए पांचों जिले में 25 हजार से अधिक कार्यकर्ता लगाए गए हैं।
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