लेबनान की राजधानी बेरूत के उपनगर दाहिया में मंगलवार शाम इजरायली ड्रोन हमले में हमास का वरिष्ठ नेता सालेह अल-अरौरी मारा गया। लेबनान की सरकारी नेशनल न्यूज एजेंसी के अनुसार हमले में कुल छह लोग मारे गए हैं। मारे गए अन्य लोगों में अल कसम ब्रिगेड के नेता समीर फिंदी अबु आमेर और अज्जम अल अकरा अबु अम्मार भी शामिल हैं।
हिजबुल्ला सरगना सैयद हसन नसरल्लाह ने इस हमले पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इसमें इजरायल का हाथ साबित होने पर लड़ाई और तेज की जाएगी। सालेह के मारे जाने की सूचना हमास के अक्सा रेडियो ने भी दी है। सालेह के मारे जाने के बाद इजरायल के साथ युद्धविराम और बंधकों की रिहाई पर चल रही वार्ता को लेकर हमास फिर से अपने पुराने रुख पर लौट आया है।
हमास के नेता इस्माइल हानिया ने कहा है कि गाजा में स्थायी युद्धविराम से कम पर वह तैयार नहीं हैं। स्थायी रूप से युद्ध रुकने पर ही इजरायली बंधकों की रिहाई होगी। युद्धविराम और बंधकों की रिहाई पर इस समय कतर और मिस्त्र मध्यस्थ की भूमिका निभा रहे हैं। पूर्व में भी इन्हीं दोनों देशों के प्रयास से गाजा में एक सप्ताह का युद्धविराम हुआ था और 105 इजरायली बंधकों की रिहाई हुई थी। अभी भी हमास और इस्लामिक जिहाद के कब्जे में इजरायल के 128 बंधक हैं।
सालेह को हमास की सैन्य शाखा के संस्थापकों में माना जाता था। वह लेबनान से हमास की गतिविधियां चला रहा था। जहां पर वह मारा गया, वह हमास का कार्यालय था। इजरायल के दक्षिणी लेबनान के काफिर कला पर एक अन्य हमले में हिजबुल्ला के चार लड़ाके मारे गए हैं। हिजबुल्ला ने अपने चार लोगों के मारे जाने की सूचना दी है। गाजा में इजरायली हमले के विरोध में हिजबुल्ला आठ अक्टूबर से इजरायल पर हमले कर रहा है। इजरायल भी इन हमलों का जवाब दे रहा है। इसी के साथ गोलान पहाडि़यों पर सीरिया से हुए राकेट हमलों के जवाब में इजरायल ने सोमवार रात सीरिया में हवाई हमले किए। इजरायली सेना ने बताया है कि उसके लड़ाकू विमानों ने दमिश्क के नजदीक स्थित ठिकानों को निशाना बनाया है।