अपराध के खात्मे और अपराधियाें पर शिकंजा कसने में प्रयागराज जोन पुलिस ने बीते वर्ष में उल्लेखनीय कार्य किए। गैंगस्टर एक्ट में माफिया की 2.5 अरब की संपत्ति कुर्क की तो 42 इनामियों को सलाखों के पीछे भी पहुंचाया। नतीजा यह हुआ कि साल भर में फिरौती हेतु अपहरण की एक भी घटना नहीं हुई तो लूट में 11 व डकैती के मामलों में 80 फीसदी कमी आई।
एडीजी जोन भानु भाष्कर के नेतृत्व में प्रतापगढ़,कौशाम्बी समेत सात जनपदों की पुलिस ने लगातार अपराधियों पर शिकंजा कसा। कुल 13,256 अपराधियों को गिरफ्तार किया जबकि पुलिस की सख्ती का ही नतीजा रहा कि 731 अपराधियों ने पुलिस के दबाव एवं प्रभावी कार्रवाई के चलते न्यायालय में आत्मसमर्पण किया। जोन में महिला अपराध के मामलों में भी कमी आई। महिला हत्या के मामलों में 3.27 प्रतिशत जबकि शीलभंग के अपराध में 3.99 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई। जिन 42 इनामियों को गिरफ्तार किया गया, उनमें 25 हजार या इससे अधिक के पुरस्कार घोषित अपराधी शामिल रहे। एक अपराधी मुठभेड़ में ढेर भी हुआ।
गैंगस्टर के 450 अपराधियों पर कार्रवाई
गैंगेस्टर अधिनियम के तहत 111 अभियोग में 450 अभियुक्तों के विरुद्ध मुकदमे पंजीकृत किए गए। इनमें से 351 गिरफ्तार हुए। एक्ट की धारा 14(1) के तहत 76 मामलों में लगभग 2.50 अरब की संपत्ति जब्त की गई।
इनमें से सात माफिया ऐसे भी रहे जो प्रदेश स्तर पर चिह्नित माफिया की सूची में शामिल रहे।
एडीजी जोन के नेतृत्व प्रतापगढ़, कौशाम्बी समेत अन्य जिलों की पुलिस ने न सिर्फ अपराधियों को गिरफ्तार किया बल्कि प्रभावी पैरवी कर उन्हें सजा दिलाने में भी तेजी दिखाई। ऑपरेशन कन्विक्शन के तहत संवेदनशील घटनाओं के 146 मामलों में आजीवन कारावास, 46 वादों में 20 वर्ष तक एवं 227 वादों में 20 वर्ष से कम की सजा अभियुक्तों को दिलाई। इसके अलावा सतत मॉनिटरिंग के लिए ऑपरेशन त्रिनेत्र के तहत जोन में कुल 10021 स्थानों पर 32,202 सीसीटीवी कैमरे स्थापित कराए।
अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए जोन पुलिस तत्पर है। इस संबंध में बीते वर्ष में प्रभावी कार्रवाई की गई है। नए वर्ष में भी अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी। – भानु भाष्कर, एडीजी जोन प्रयागराज