ताजमहल पर चेकिंग में एक संदिग्ध पकड़ा गया। उसने अपने बैग से जैविक बम से हमला बोल दिया। इससे पर्यटकों में अफरातफरी मच गई। सुरक्षा कर्मी भी बचने की कोशिश करने लगे। यह जानकारी जब सीआईएसएफ कर्मियोंं ने पुलिस को दी तो हड़कंप मच गया। आनन फानन एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया। टीम ने विशेष सूट पहनकर बैग को कब्जे में लिया। इसके बाद उसे सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया। यह हकीकत नहीं, बल्कि शुक्रवार को मॉकड्रिल थी।
एसीपी ताज सुरक्षा सैयद अरीब अहमद ने बताया कि शुक्रवार अपराह्न 3 बजे ताजमहल पर जैविक हमले की मॉकड्रिल की गई। इसके लिए शुक्रवार को विशेष रूप से एनडीआरएफ गाजियाबाद की टीम आई थी। इससे पूर्व टीम तुर्किये में बचाव ऑपरेशन में जा चुकी है। मॉकड्रिल में दिखाया गया एक आतंकी ताज के पूर्वी गेट पर संदिग्ध बैग रख देता है। इससे धुआं निकलने लगता है। सांस लेने में तकलीफ होने लगती है। दो जवान भी बेहोश हो जाते हैं।
जानकारी पर पुलिस भी पहुंच गई। मगर, जैविक हथियार से बचने का इंतजाम नहीं था। इस पर एनडीआरएफ की सीबीआरएन (रासायनिक, जैविक, रेडियोलॉजिकल और परमाणु रक्षा) टीम को बुलाया गया। टीम ने पुलिस की मदद से बैग के पास से पर्यटकों को दूर किया। एनाउंसमेंट कराया गया। बेहोश जवानों को स्वास्थ्य विभाग की टीम स्ट्रेचर पर लेकर गई। इसके बाद विशेष सूट पहने एनडीआरएफ की टीम ने बैग को कब्जे में लेकर जैविक हमला रोक दिया।