पाकिस्तान की अोर से लगातार सीजफायर उल्लंघन अौर गोलीबारी के कारण सीमावर्ती क्षेत्र नौसेरा में स्कूल की दिवारें छलनी हो गई है। दहशत के कारण स्कूलों में ताले लटके हैं। इसके अलावा जिला आयुक्त ने सभी अस्पतालों व स्वास्थ्य केंद्रों को अलर्ट पर रहने को कहा है। साथ ही विभिन्न विभागों के कर्मचारियों, अधिकारियों, डॉक्टरों व अन्य स्टाफ की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में ही मौजूद रहने को कहा गया है।
हर बार माकूल जवाब मिलने के बावजूद पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। पाकिस्तान की तरफ से हुई फायरिंग की वजह से शनिवार शाम को भी 193 परिवारों के 743 लोगों को राहत कैंप में पहुंचाया गया था। उधर नौशेरा रीजन के 51 और मंजाकोट और डोंगी सेक्टर के 36 स्कूलों को अनिश्चित समय के लिए बंद कर दिया गया है। प्रशासन राहत कैंप में लाए गए लोगों के लिए खाने-पीने का इंतजाम कर रहा है। राजौरी जिले का यह परिवार सुरक्षित जगह की तलाश में जा रहा है, ताकि पाक की गोलों का निशाना न बन जाएं। इन लोगों का भी अपना घर है, लेकिन जान बचाने के लिए शरणार्थी शिविरों में शरण लेने को मजबूर हैं।
पाकिस्तान की अोर से लगातार हो रही गोलीबारी के कारण दहशत में जीवन जीने को मजबूर हैं कश्मीरी अाम नागरिक। पाक की अोर से लगातार दागे जा रहे मोर्टार से अाम कश्मीर नागरिक दहशत में हैं। गांवों में मोर्टार पड़े हैं।
पाक ने उप उच्चायुक्त को किया तलब
पाकिस्तान ने भारत उप उच्चायुक्त जेपी सिंह को तलब कर संघषर्ष विराम उल्लंघन का आरोप लगाया। इस पर उप उच्चायुक्त ने कहा कि पाकिस्तान ने आतंकियों को कवर देने के लिए फायरिंग शुरू की थी। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत ने नागरिक इलाकों को निशाना बनाया।