छत्तीसगढ़ के भाजपा नेताओं के अनुसार, पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के बाद सबसे अधिक डिमांड उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की है। योगी भी छत्तीसगढ़ में जमकर चुनावी रैलियां करेंगे। पार्टी की ओर से नेताओं की रैलियां की तारीखों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ की सत्ता पर काबिज होने के लिए भाजपा पूरी ताकत के साथ मैदान में उतर रही है। पीएम मोदी चुनाव के दौरान प्रदेश में पांच से ज्यादा रैली करेंगे। राज्य में प्रचार के लिए पीएम मोदी के अलावा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की डिमांड है।
जानकारी के अनुसार, छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री मोदी की कम से कम पांच चुनावी रैलियां होंगी। उनकी छत्तीसगढ़ के हर संभाग में एक रैली आयोजित की जाएगी। भाजपा की कोशिश है कि प्रधानमंत्री की रैलियों से प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों को कवर किया जाए। भाजपा ने राज्य में सीएम पद के लिए किसी को चेहरा नहीं बनाया है। ऐसे में पार्टी पीएम मोदी के चेहरे के सहारे ही आगे बढ़ रही है। इसलिए भाजपा की रणनीति है कि पीएम मोदी की सबसे ज्यादा रैलियां राज्य में हो ताकि चुनावी माहौल बनाया जा सके।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि, छत्तीसगढ़ के हर संभाग मे तकरीबन 6 जिले आते हैं, ऐसे भाजपा हर संभाग पर पीएम मोदी की रैलियां कराकर पूरे प्रदेश को कवर करना चाहती है। भाजपा के मेगा प्लान के मुताबिक पीएम मोदी की रैली संभाग स्तर पर कराई जाएगी, इसमें आने वाले सभी विधानसभाओं के उम्मीदवारों को भी बुलाया जाएगा, ताकि एक ही संभाग से प्रदेश की सभी विधानसभाओं को कवर किया जा सके। फिलहाल इन पांच रैलियां का कार्यक्रम लगभग तय हो चुका है, जिसे मंजूरी के लिए पीएमओ भेजा गया है। यदि पार्टी को महसूस होता है कि अन्य इलाकों में भी पीएम की रैली होनी चाहिए तो इनकी संख्या और बढ़ाई जा सकती है।अब तक रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, बस्तर और सरजुगा में उनकी रैली लगभग तय हो चुकी है।
छत्तीसगढ़ के भाजपा नेताओं के अनुसार, पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के बाद सबसे अधिक डिमांड उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की है। योगी भी छत्तीसगढ़ में जमकर चुनावी रैलियां करेंगे। पार्टी की ओर से नेताओं की रैलियां की तारीखों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।भाजपा जल्द ही चुनाव आयोग को अपने स्टार प्रचारकों की सूची सौंप सकती है।
लचर कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार होगा भाजपा का हथियार
छत्तीसगढ़ में भाजपा लचर कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार समेत अन्य मुद्दों को अपना चुनावी हथियार बनाएगी। भाजपा को उम्मीद है कि भूपेश सरकार और उनके मंत्रियों और विधायकों के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर भाजपा के हक में जाएगी। भूपेश बघेल को उनके विधानसभा में ही घेर कर रखने के मकसद से बीजेपी उनके खिलाफ पाटन सीट से अपने सासंद विजय बघेल को पहले ही चुनाव में उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। विजय बघेल रिश्ते में भूपेश बघेल के भतीजे लगते हैं और 2008 में इसी सीट पर भूपेश बघेल को हरा भी चुके हैं।