यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान द्वारा बनवाई गई जौहर यूनिवर्सिटी को लेकर विवाद थमता हुआ नहीं दिखाई दे रहा है। जौहर यूनिवर्सिटी को लेकर नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। बीजेपी नेताओं और आजम खान के बीच यूनिवर्सिटी को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। अब नेताओं के बीच जारी घमासान के मध्य आजम खान की ओर से योगी आदित्य नाथ को खन से लिखा खत भेजा गया है। खून से लिखा गया यह खत आजम खान के मीडिया प्रभारी फसाहत अली खां शानू ने लिखा है। स्थानीय मीडिया के मुताबिक शानू ने योगी को लिखे खत में कहा, “आजम खान ने स्कूल और यूनिवर्सिटी बनाकर कोई गुनाह नहीं किया है। बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए स्कूल और यूनिवर्सिटी खोले गए हैं, लेकिन इसको लेकर आए दिन जुबानी जंग हो रही है। जिससे वह आहत हैं। बीजेपी नेताओं के साथ सरकार भी यूनिवर्सिटी को निशाना बना रहा है।” शानू ने आगे लिखा- “हमसे जो भी बदला लेना हो, ले लिया जाए, लेकिन स्कूलों को निशाना ना बनाया जाए।”
हाल ही में मुहम्मद जौहर अली यूनिवर्सिटी के गेस्ट हाउस में जनता दरबार लगाने की बात पर आजम खान भड़क गए थे और यूनिवर्सिटी को डायनामाइट से उड़ाने की बात कही थी। योगी सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण एवं सिचाई राज्यमंत्री मंत्री बलदेव सिंह औलख ने विश्वविद्यालय में जनता दरबार लगाने की बात कही थी, जिस पर आजम ने विरोध जताया। आजम द्वारा यूनिवर्सिटी को डायनामाइट द्वारा उड़ाने की बात सामने आने पर औलख ने विश्वविद्यालय को आतंकियों की शरणास्थली करार दिया है और कहा आजम खान ने इसको डायनामाइट से उड़ाने की बात कहकर खुद इस बात का सबूत दे दिया है।
यूनिवर्सिटी के निर्माण में सरकारी पैसे के इस्तेमाल की बात कहते हुए औलख ने कहा कि सरकार किसी की भी हो सरकारी पैसे का निजी इस्तमान नहीं हो सकता। जौहर यूनिवर्सिटी में पीडब्ल्यूडी के पैसों से गेस्ट हाउस बनाया गया है। सड़क और जल निगम की टंकी भी बनाई। सरकारी पैसे का जहां भी इस्तेमाल हुआ है, उसका हिसाब देना होगा। जांच यूनिवर्सिटी की भी होगी। इससे पहले पूर्व मंत्री हाजी निसार हुसैन ने भी सपा नेता पर निशाना साधते हुए कहा था कि आजम खान ने जौहर यूनिवर्सिटी को डायनामाइट से उड़ाने की बात कहकर आतंकि यों जैसा बयान दिया है। इससे साबित होता है कि उनके पास खतरनाक हथियारों का जखीरा है।