एजेंसी/एक हजार कुंवारी लड़कियों से संबंध बनाने की कोशिश करने वाले रोमानिया के भगोड़े योग गुरू ग्रेगोरियन बिवोलारू को पेरिस में गिरफ्तार कर लिया गया है। ग्रेगोरियन पर आरोप है कि उसने उच्चतर धार्मिक स्तर हासिल करने के लिए एक हजार कुंवारी लड़कियों से संबंध बनाने की कोशिश की थी। 64 वर्षीय योग गुरू को 2013 में अदालत ने एक नाबालिग से संबंध बनाने के आरोप में छह साल कैद की सजा सुनाई थी, लेकिन ग्रेगोरियन यह मामला सामने आने के बाद से ही फरार चल रहा था।
जानकारी के मुताबिक ग्रेगोरियन के योग स्कूल में करीब एक हजार सदस्य थे। योग गुरू के तौर पर पहचान बनाने वाले ग्रेगोरियान का नाम तमाम सेक्स स्कैंडलों से जुड़ा है। यहां तक कि उन पर ग्रुप सेक्स को प्रोत्साहित करने के आरोप भी लगे थे। 17 साल की उम्र से ही योग की शुरूआत करने वाले ग्रेगोरियन पर आरोप है कि वह तांत्रिक ज्ञान देने के बदले 15 साल से कम उम्र की वर्जिन लड़कियों संग संबंध बनाने की मांग करता था।
स्वीडन में भी हुआ था गिरफ्तार
ग्रेगोरियन ने 1990 के दशक में योग संगठन एमआईएसए की स्थापना की थी। बिवोलारू को फिलहाल फ्रांस में ही हिरासत में रखा गया है, जहां जज उसे रोमानिया प्रत्यर्पित करने को लेकर फैसला करेंगे। इससे पहले योग गुरू को स्वीडन में अरेस्ट किया गया था, लेकिन उसे राजनीतिक शरणार्थी का दर्जा दे दिया गया था। ग्रेगोरियन पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली अराबेला मारकेज इन दिनों पुर्तगाल में रह रही हैं। उनका कहना है कि योग गुरू ने उस दौरान उनके साथ संबंध बनाए थे, जब वह 15 साल से भी कम उम्र की थीं।
अपार्टमेंट में रहती थी लड़कियों की भरमार
अराबेला ने कहा, ग्रेगोरियन कहता था कि यदि तुम योग मास्टर के तौर पर मेरे साथ संबंध बनाओगी तो तुम्हें तांत्रिक अध्यात्म का उच्चतम स्तर हासिल होगा। अराबेला ने कहा कि योग गुरू के अपार्टमेंट में लड़कियां रहती थीं, जिनके साथ वह कुछ दिनों तक संबंध बनाने के बाद उन्हें दूसरे स्थान पर शिफ्ट कर देते थे और उनकी जगह दूसरी लड़कियां ले लेती थीं।