नई दिल्ली: भारत ने जम्मू-कश्मीर में पुंछ के कृष्णा घाटी में सेना पर हमला करने की पाकिस्तान की कायराना हरकत का मुंहतोड़ जवाब दे दिया है. भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान से गोलीबारी करने वाली दोनों चौकियों को पूरी तरह तबाह कर दिया है. सेना की तरफ से की गई इस कार्रवाई में पाकिस्तान के सात सैनिक मारे गए हैं. पाकिस्तान की तरफ से इन्हीं चौकियों से कल गोलाबारी की गई जिसमें दो भारतीय जवान शहीद हो गए थे.
पाकिस्तान के इन दोनों पोस्टों पर 647 मुजाहिदीन बटालियन के करीब 10 से 16 सैनिक तैनात थे.
सेना के सूत्रों के हवाले से खबर दी थी कि पाकिस्तानी सेना की बॉर्डर एक्शन टीम (BAT) ने भारतीय सीमा में 250 मीटर अंदर घुसकर दो सैनिकों के शवों के साथ बर्बरता की और बीएसएफ जवान परमजीत और प्रेम सागर के सिर काट कर ले गए थे.
सूत्रों के मुताबिक, तबाह की गई दोनों पोस्ट किरपान और पिंपल पोस्ट जम्मू के मेंढर सेक्टर में मौजूद कृष्णा घाटी के सामने है. कहा ये भी जा रहा है कि पाक की बॉर्डर एक्शन टीम की 647 मुजाहिद बटालियन ने एलओसी पर हुए हमले को अंजाम दिया था. बटालियन के सदस्यों को घुसपैठ के लिए पाक आर्मी की ओर से किरपान और पिंपल पोस्ट से कवर फायरिंग की गई थी.
पाकिस्तान को एक और सर्जिकल स्ट्राइक की जरूरत
पाकिस्तान सुधरने का नाम नहीं ले रहा है. जानकारों का कहना है कि पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए भारत को आक्रामक रुख बरकरार रखना पड़ेगा यानी पाकिस्तान को सर्जिकल स्ट्राइक की ही तरह एक बड़ी सर्जरी की जरूरत है.
आतंकी शिविरों का होना चाहिए सफाया
भारत में घुसकर हमला करने वाले पाकिस्तानी आतंकियों को पाकिस्तानी सेना का पूरा समर्थन मिलता है. सीमा के पास ही आतंकियों के ट्रेनिंग कैंप चलते हैं और मौका मिलते ही ये आतंकवादी भारत में घुस जाते हैं. जानकारों के मुताबिक भारत को इन शिविरों को निशाना बनाना चाहिए.
सेना के JCO और BSF के हेडकांस्टेबल शहीद
पुंछ आज शहीद होने वाले जवानों में सेना के JCO नायब सूबेदार परमजीत सिंह और बीएसएफ के हेड कांस्टेबल प्रेम सागर शामिल हैं. परमजीत सिंह साल 1995 में देश की सेवा की खातिर सेना में भर्ती हुए थे. वहीं, शहीद प्रेम सागर बीएसएफ की 200वीं बटालियन में तैनात थे. 1994 में वो बीएसएफ में भर्ती हुए. पिछले तीन साल से जम्मू के सांबा में तैनात थे. में पाक सेना करगिल युद्ध के दौरान कैप्टन के शव के साथ भी बर्बरता की गई थी. फरवरी 2000 में मराठा रेजिमेंट के जवान भाव साहेब मारुति कालेकर के शव के साथ पाकिस्तान सैनिकों ने बर्बरता की.