पश्चिमी दिल्ली में नाबालिग स्कूली छात्रा पर एसिड अटैक के मामले में जानकारी मिली है कि आरोपी सचिन ने तेज़ाब को ई-कॉमर्स वेबसाइट फ्लिप्कार्ट के जरिए खरीदा था। इसी वजह से दिल्ली महिला आयोग ने फ्लिपकार्ट और और एक अन्य ई-कॉमर्स वेबसाइट अमेज़न को नोटिस जारी किया। इसके अब दिल्ली पुलिस भी फ्लिप्कार्ट को नोटिस भेजने जा रही है।
दिल्ली पुलिस फ्लिपकार्ट से पूछेगी कि क्या वेबसाइट ने तेजाब बेचते वक्त सभी दिशानिर्देशों का पालन किया था।दिल्ली पुलिस इस नोटिस में फ्लिपकार्ट से पूछेगी कि क्या उन्होंने आरोपी से किसी सरकारी पहचानपत्र की मांग की थी। दिल्ली में लड़की पर तेजाब से हुए हमले के मामले में हम दिल्ली महिला आयोग ने ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन, फ्लिपकार्ट को नोटिस भेजा है। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष ने इन दोनों ही कंपनियों के सीईओ को खत लिखा है और कहा है कि महिला आयोग को पता चला है कि Amazone, Flipkart पर आसानी से मिल जाता है। जो की अवैध है। महिला आयोग ने इस नोटिस को भेजते हुए जवाब मांगा है। बता दें कि पश्चिमी दिल्ली में बुधवार सुबह 17 वर्षीय किशोरी पर तेजाब फेंकने गया था। इस मामले में पुलिस ने तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। बता दें कि पश्चिमी दिल्ली में अपने घर से स्कूल के लिए निकलने के कुछ मिनट बाद छात्रा पर मोटरसाइकिल सवार दो नकाबपोश व्यक्तियों ने तेजाब फेंक दिया था। सफदरजंग अस्पताल में किशोरी का इलाज किया जा रहा है।
बता दें कि पश्चिमी दिल्ली के उत्तम नगर में बुधवार सुबह स्कूल जाने के लिए घर से निकली 17 वर्षीय छात्रा पर मोटरसाइकिल सवार दो नकाबपोश लोगों ने कथित तौर पर तेजाब फेंक दिया, जिसके बाद उसे गंभीर हालत में सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया। छात्रा का सफदरजंग अस्पताल के ‘बर्न आईसीयू’ में इलाज चल रहा है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने संभवत लड़की पर ‘नाइट्रिक एसिड’ फेंका था, जिसे एक ई-कॉमर्स वेबसाइट के जरिये मंगवाया गया था। हालांकि, अपराध में किस तरह के तेजाब का इस्तेमाल किया गया, इसकी पुष्टि फॉरेंसिक जांच के बाद ही हो पाएगी।
ऑनलाइन मंगाया तेजाब
आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने बताया कि सचिन अरोड़ा ने तेजाब खरीदने के लिए एक शॉपिंग साइट के जरिये ऑनलाइन आर्डर किया था। इसकी पेमेंट भी उसने ऑनलाइन ही की थी। उसे शक था कि तेजाब फेंके जाने पर जब पुलिस जांच करेगी तो आसपास के दुकानों से तेजाब लेने पर कहीं उसकी पोल न खुल जाए। इसलिए उसने वारदात की साजिश रचने के साथ पुलिस से बचने के तरीके पर भी दोस्तों से चर्चा की। इसके बाद यह तय हुआ कि तेजाब ऑनलाइन खरीदा जाएगा।
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने मुख्य आरोपी सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। नाम उजागर न करने की शर्त पर एक रसायन कारोबारी ने कहा, “इन दिनों तेजाब खुदरा बिक्री के लिए उपलब्ध नहीं है, क्योंकि बाजार में ‘ब्रांडेड टॉयलेट क्लीनर’ उपलब्ध हैं। सल्फ्यूरिक एसिड और नाइट्रिक एसिड जैसे खतरनाक रसायनों को औद्योगिक उद्देश्यों की खातिर बेचा व खरीदा जाता है, जिसके लिए लाइसेंस की जरूरत होती है।”
दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की प्रमुख स्वाति मालीवाल की इस मामले में राय अलग है। उन्होंने कहा, ‘महिला आयोग ने कई नोटिस जारी किए, कई सिफारिशें कीं, लेकिन तेजाब की बिक्री जारी है। जैसे सब्जियां बेची जाती हैं, वैसे ही कोई भी तेजाब खरीद सकता है और लड़की पर फेंक सकता है। सरकारें इस पर चुप क्यों हैं? जब एक लड़की पर तेजाब से हमला किया जाता है तो उसके जहन को गहरी चोट पहुंचती है और उसकी जिंदगी बर्बाद हो जाती है।’