घोसी थाना क्षेत्र के अलालपुर गांव में बुधवार की सुबह गैस सिलेंडर में रिसाव के चलते फूस और खपरैल से बने एक घर में भीषण आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली कि किसी को सभंलने तक का मौका नहीं। वर्षा की वजह से घर के सभी पांच सदस्य घर में ही थे। सभी एक साथ आग की चपेट में आ गए, जिसमें आठ वर्षीय रानी कुमारी व चार वर्षीय विक्रम बजरंगी की मोके पर ही जलकर मौत हो गई, जबकि गृह स्वामी संजय विश्वकर्मा उनकी पत्नी बबिता देवी और 11 वर्षीय पुत्र रौशन कुमार गम्भीर रूप से जख्मी हो गए।
बाकी तीन की हालत भी गंभीर
वर्षा होने की वजह से गांव के दूसरे लोग भी अपने अपने घरों में थे, लिहाजा इस परिवार की चीख उनतक देर से पहुंची। जबतक ग्रामीण दौड़े, परिवार के दो सदस्यों की आग में जलकर मौत हो चुकी थी। ग्रामीणों के प्रयास से तीन लोगों को किसी तरह आग से बाहर निकाला गया। आनन-फानन में इलाज के लिए घोसी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने तीनों को सदर अस्पताल जहानाबाद रेफर कर दिया। तीनों की हालत गंभीर है।
चार बच्चों में दो की मौत
इस बीच कुछ ग्रामीणों ने हिम्मत दिखाते हुए आग से धधकते सिलेंडर को घर से किसी तरह बाहर निकाल आग बुझाई। सिलेंडर से गैस का लगातार रिसाव हो रहा था। ग्रामीणों की सूचना पर अग्निशमन की गाड़ी पहुंची, जिसके बाद आग पर काबू पाया गया। घटना से पूरे गांव में कोहराम मच गया। पुलिस भी मौके पर पहुंची। एसडीपीओ अशोक कुमार पांडे और घोसी बीडीओ प्रभाकर कुमार भी घटनास्थल पहुंचे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि संजय विश्वकर्मा के चार बच्चे थे, जिसमें दो की मौत हो गई। एक जख्मी है। एक बच्ची अपनी नानी घर गई हुई है, इसलिए उसकी जान बच गई। संजय विश्वकर्मा लोहार का काम कर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं।