कोरोना संकट के बीच अनलाक बाद रेल परिचालन की स्थिति में दिनोंदिन सुधार हो रहा है। ट्रेनों की संख्या बढ़ी है। लेकिन फिर भी कई कसक बाकी है। मालूम हो कि बरौनी-कटिहार, समस्तीपुर-सहरसा रेलखंड का खगड़िया महत्वपूर्ण जंक्शन है। यहां की आर्थिकी में रेलवे का महत्वपूर्ण स्थान है। यहां खगड़िया जंक्शन से 48 जोड़ी यात्री वाहक ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है।
कोरोना संक्रमण से पूर्व स्थानीय जंक्शन से 58 जोड़ी ट्रेनों का परिचालन हो रहा था। पूर्वोत्तर बिहार रेल उपभोक्ता संघर्ष समिति के केंद्रीय संयोजक सुभाष चंद्र जोशी लगातार पूर्व से परिचालित सभी ट्रेनों के परिचालन की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कई महत्वपूर्ण ट्रेनों के मार्ग विस्तार की भी मांग की है। ताकि कोसी क्षेत्र के यात्रियों को सुविधा मिले। इसको लेकर वे लगातार संघर्षरत हैं।
बरौनी-अहमदाबाद ट्रेन का सहरसा से हो परिचालन
94083/84 बरौनी- अहमदाबाद एक्सप्रेस, जो बरौनी से खुलकर अहमदाबाद तक जाती है, के मार्ग विस्तार कर सहरसा से चलाने की मांग की गई है। इस ट्रेन की मार्ग विस्तार होने से कोसी क्षेत्र के लोगों को गुजरात जाने में सुविधा होगी। साथ ही व्यापार को बल मिलेगा। खासकर कपड़ा व्यवसायियों को सहूलियत होगी। जिसके लिए उन्हें बरौनी या फिर पटना से ट्रेन पकड़नी पड़ती है।
एनजीपी दरभंगा साप्ताहिक ट्रेन का खगड़िया में हो ठहराव
15723 /24 एनजीपी दरभंगा साप्ताहिक ट्रेन की खगड़िया में ठहराव की मांग उठाई जा रही है। साथ ही इस ट्रेन को दूरी के हिसाब से सप्ताह के सातों दिन चलाने की मांग भी की गई है। जिससे इस रूट के लोगों को आवागमन में सुविधा मिल सके।
डेढ़ साल बीत गए नहीं चली एनजीपी रांची एक्सप्रेस
बीते डेढ़ साल पूर्व चंद्रपुरा स्टेशन पर आग लग जाने की वजह से रांची, बोकारो ,जसीडीह रेलखंड पर चलने वाली सभी ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया गया था। जिसके बाद धीरे-धीरे लगभग ट्रेनों का परिचालन शुरू किया गया। लेकिन डेढ़ साल बीत जाने के बावजूद 18629/30 एनजेपी रांची एक्सप्रेस का परिचालन अभी तक बंद है। जिससे इस रूट के यात्रियों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जिसे दोबारा चलाने की मांग उठाई जा रही है।
टाटा लिंक एक्सप्रेस नहीं चलने से बढ़ रही है परेशानी
28- 18182 टाटा लिंक एक्सप्रेस जो कटिहार से चलकर जमशेदपुर तक जाती है। कोरोना संक्रमण की वजह से इसका परिचालन बंद कर दिया गया था। इसे दोबारा चलाने की मांग एक बार फिर से उठाई गई है। इस ट्रेन के परिचालन से कोसी- सीमांचल के लोगों को सुविधा मिलेगी।
सुभाष चंद्र जोशी कहते हैं कि अनलाक बाद ट्रेन परिचालन की दिशा में जरूरी कदम उठाए गए हैं। कई महत्वपूर्ण ट्रेनों का परिचालन पुन: आरंभ हुआ है। लेकिन, कुछ एक और ट्रेनों का परिचालन आरंभ होने, मार्ग विस्तार से कोसी क्षेत्र के लोगों की परेशानियां कम होगी।