कोरोना वायरस की दूसरी लहर देश में कहर बरपा रही है। बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमण के मामलेे सामने आने के चलते अस्पतालों में बेड के लिए मारामारी है तो जीवन रक्षक दवाओं की भी किल्लत महसूस की जा रही है। ऑक्सीजन गैस की कमी की वजह से मरीजों की जान तक चली जा रही है। आलम यह है कि पिछले 24 घंटे के दौरान देश में हर मिनट 243 नए संक्रमित सामने आए, जबकि करीब दो लोगों की मौत हो गई।
भारत में पिछले 24 घंटे में
- 243 लोग संक्रमित हुए प्रति मिनट
- 1.9 लोगों की औसत प्रति मिनट हुई मौत
- 1,194 लोगों की कोरोना जांच हुई प्रति मिनट
तीन दिनों में 10 लाख से ज्यादा मामले
देश में पिछले तीन दिनों में कोरोना संक्रमण के 10 लाख से ज्यादा मामले सामने आए हैं। यह कोरोना संक्रमण की रफ्तार को दर्शाती है, क्योंकि कुछ ही महीनों पहले 10 लाख मामले आने में 65 दिन लगे थे। यहां तक कि पिछले साल सितंबर में जब कोरोना की पहली लहर आई थी, तब भी 10 लाख के आंकड़े को छूने में 11 दिन लगे थे।
लगातार 19वें दिन एक लाख से ज्यादा मामले
देश में पिछले 19 दिनों से कोरोना संक्रमण के लगातार एक लाख से ज्यादा दैनिक मामले आ रहे हैं। यह सिलसिला छह अप्रैल से चल रहा है, जिस दिन 1.16 लाख दैनिक मामले आए थे। जिस दिन पहली बार एक लाख से ज्यादा मामले आए थे, तब से लेकर अब तक 42 लाख नए मामले आ चुके हैं।
सक्रिय मामलों में 15 गुना इजाफा
फरवरी के मध्य में जब दैनिक मामले आने कम हो गए थे, तब भारत में कोरोना के सक्रिय मामले 1.3 लाख के करीब थे। पिछले दो महीनों में इसमें 15 गुना इजाफा हुआ है। अब सक्रिय मामले 26 लाख से ज्यादा हो चुके हैं। इसी वजह से अस्पतालों पर दबाव बढ़ा है और ऑक्सीजन के लिए अफरातफरी मची है। सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में आ रहे हैं, इसके बाद उत्तर प्रदेश, कर्नाटक व केरल का नंबर आता है।
ऐसे बढ़े सक्रिय मामले
- एक फरवरी, 1.6 लाख
- एक मार्च, 1.65 लाख
- एक अप्रैल, 6.10 लाख
- 25 अप्रैल, 26.8 लाख
दुनिया के 40 फीसद मामले भारत में
भारत में 24 अप्रैल को 3.46 लाख मामले आए। यह दुनियाभर में आए कुल मामलों का 40 फीसद था। दूसरी लहर के कारण देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या में अप्रत्याशित इजाफा हुआ है। पिछले एक सप्ताह से कोरोना के वैश्विक मामलों में भारत की भागीदारी 30 फीसद के आसपास बनी हुई है।
अन्य देशों के मुकाबले जांच कम
देश में भले ही कोरोना संक्रमण की सुनामी आ चुकी हो, लेकिन अन्य देशों के मुकाबले अपने यहां जांच कम हो रही है। अब तक अमेरिका की 10 फीसद व ब्राजील की 6.7 फीसद आबादी कोरोना संक्रमित हो चुकी है, जबकि भारत की 1.21 फीसद आबादी में ही संक्रमण की पुष्टि हुई है।
क्या है उपाय
विशेषज्ञों का कहना है कि भारत को टीकाकरण अभियान की रफ्तार बढ़ानी होगी। देश में अब तक 14 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है, जिनमें से 2.2 करोड़ लोगों को दोनों खुराक दी जा चुकी हैं। टीकाकरण के आंकड़ों के मामले में तो भारत अमेरिका व चीन के बाद तीसरे स्थान पर पहुंच चुका है, लेकिन आबादी के स्तर पर बात करें तो काफी पीछे है।
प्रमुख देशों की आबादी के टीकाकरण की स्थिति
देश, कम से कम एक खुराक, सभी खुराक
इजरायल, 62.11 फीसद, 57.85 फीसद
अमेरिका, 41.03 फीसद, 27.26 फीकद
ब्रिटेन, 49.36 फीसद, 17.78 फीसद
जर्मनी, 22.64 फीसद, 6.99 फीसद
ब्राजील, 12.42 फीसद, 5.04 फीसद
भारत, 8.47 फीसद, 1.55 फीसद