जिले में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा एक के बाद एक बढ़ रहे शंकर मित्रों की संख्या के बीच तीन सगे भाइयों की मौत से कोहराम मच गया है। शहर के संतोष नगर कॉलोनी में एक लकड़ी व्यापारी के तीन पुत्रों की कहना से मौत हो जाने के बाद पूरे मोहल्ले में सन्नाटा पसर गया है। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मियों को जानकारी देने वाला भी कोई नहीं है। घर में है तीनों भाइयों की औरतें ही बची हैं जिन्होंने खुद को कमरे में बंद कर रखा है। पड़ोस में रहने वाले समाजसेवी रमेश अग्रवाल ने न केवल उन को इलाज के लिए भर्ती कराया साथ ही उनका अंतिम संस्कार भी कराया।
बताया जाता है कि शहर के मुहल्ला संतोषनगर कालोनी में रहने वाले लकड़ी व्यापारी स्व. रामऔतार के तीन बेटों अतुल, अनिल व सुशील अग्रवाल गुरुवार को अचानक बीमार हो गए। इससे पहले कि उनको किसी भी तरह का इलाज मुुहैया कराया जाता कि उनमें से एक अतुल ने घर पर ही दम तोड़ दिया। उसकी मौत से मचे कोहराम के बाद पास पड़ोसी आए तो सुशील और अनिल की हालत गंभीर थी उनको भी सांस लेने में बेहद दिक्कतें थीं। पड़ोसीसमाजसेवी रमेश अग्रवाल ने बताया कि जब उनको जानकारी हुई तो उन्होंने दोनेा को शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया जहां अन्य बीमारियों के अलावा उनकी कोविड रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई।
दोनो भाइयों की रिपोर्ट पॉजिटिव आते ही अस्पताल में भगदड़ मच गई और सारा स्टाफ भाग गया। रमेश अग्रवाल ने बताया कि उनको ये ठीक से नहीं पता कि ये तीनों कब से बीमार थे लेकिन उनको कोविड के अलावा कई अन्य गंभीर बीमारियां भी जिस पर कोरोना ने अपनी मुहर लगाते हुए उनकी जान ले ली। उनका अंतिम संस्कार भी रमेश अग्रवाल के द्वारा करवाया गया। एक ही परिवार के तीन सदस्यों की कोरोना से मौत के बाद पूरे मुहल्ले में कोहराम मच गया है। अब तक कोरोना से इस मुहल्ले में चार लोगों की मौत हो गई ।