मैनपुरी जिले में समाजवाटी पार्टी (सपा) ने जिला पंचायत चुनाव में बगावत करने वाले कार्यकर्ताओं पर शिकंजा कस दिया है। केवल समर्थित प्रत्याशी ही पार्टी के झंडे और बैनर के साथ प्रचार कर सकेंगे। पार्टी नेतृत्व ने पत्र जारी कर ये साफ कर दिया है कि अगर अन्य कोई प्रत्याशी इनका प्रयोग करता है तो उसे अवैध मानते हुए पार्टी कार्रवाई करेगी।
जिला पंचायत सदस्य पद के लिए सपा ने सभी 30 वार्डों में अपने प्रत्याशी उतारे हैं। टिकट न मिलने से नाराज कई निर्वतमान सदस्य और सपा कार्यकर्ता इससे बगावत पर उतार आए हैं। उन्हें टिकट न मिलने पर उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन किया है। इसके साथ ही प्रचार भी शुरू कर दिया।
ऐसे में सपा समर्थित प्रत्याशियों को अपने ही साथियों की बगावत झेलनी पड़ रही है। आधा दर्जन से अधिक वार्डों में ये समस्या झेल रहे प्रत्याशियों ने इसकी जानकारी पार्टी हाईकमान को दी थी। इसके बाद पार्टी ने शिकंजा कस दिया है। जिला कमेटी की ओर से पत्र जारी कर केवल समर्थित प्रत्याशियों को ही सपा का झंडा और बैनर लगाकर प्रचार करने की अनुमति दी गई है।
अन्य कोई भी प्रत्याशी अगर इनका प्रयोग करता है तो इसे अवैध मानते हुए कार्रवाई की जाएगी। पत्र जारी होने के बाद बागी प्रत्याशियों की नाराजगी और बढ़ गई है। समर्थित प्रत्याशियों ने राहत की सांस ली है। सभी प्रत्याशियों को कोविड-19 की गाइडलाइन का भी पालन करने के लिए कहा गया है।
वार्ड नंबर 14 से सपा ने सुदेश राजपूत को अपना प्रत्याशी बनाया है। इसी वार्ड से सपा कार्यकर्ता नितिन यादव ने भी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन कर दिया था। इससे कहीं न कहीं सपा को नुकसान होता है। इसी के चलते सपा पदाधिकारियों के निर्देश पर रविवार को नितिन यादव ने अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया।
सपा कार्यालय पर आयोजित प्रेसवार्ता में नितिन यादव ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वे अपने सपा प्रत्याशी का ही सहयोग करेंगे। इस दौरान सदर विधायक राजकुमार यादव और जिलाध्यक्ष सपा देवेंद्र सिंह यादव भी मौजूद रहे।
सपा जिलाध्यक्ष देवेंद्र सिंह यादव ने कहा कि पार्टी हाईकमान के आदेश पर समर्थित प्रत्याशियों की सूची जारी की जा चुकी है। पार्टी के सभी कार्यकर्ता उन्हीं प्रत्याशियों का ही समर्थन करेंगे। समर्थित प्रत्याशी ही पार्टी के झंडा और बैनर का प्रयोग कर सकेंगे।